लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

9 साल के लड़के ने तुर्की भूकंप पीड़ितों के लिए तोड़ा अपना पिग्गी-बैंक, दिल छू देने वाली कहानी

पूरी दुनिया एक जुट हो कर तुर्की और गल्फ देशों की मदद कर रही। तुर्की के एक 9 वर्षीय लड़के ने, जो पिछले साल एक भूकंप से बच गया था, जिसने तुर्की में भूकंप पीड़ितों को अपनी पूरी गुल्लक दान कर दी है। भूकंप ने तुर्की और सीरिया को तबाह कर दिया और 33,000 से अधिक लोग मारे गए।

देश-दुनिया में जब भी कोई आपदा आती है तो दुनिया एक हो कर आपस में मदद करने को तैयार हो जाती है। हाल ही में तुर्की में आये भूकंप से फिर इस बात को साबित कर दिया है। पूरी दुनिया एक जुट हो कर तुर्की और गल्फ देशों की मदद कर रही। तुर्की के एक 9 वर्षीय लड़के ने, जो पिछले साल एक भूकंप से बच गया था, जिसने तुर्की में भूकंप पीड़ितों को अपनी पूरी गुल्लक दान कर दी है। भूकंप ने तुर्की और सीरिया को तबाह कर दिया और 33,000 से अधिक लोग मारे गए। 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर में उत्तर-पश्चिमी डुजसे प्रांत में 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद युवा लड़के को कुछ समय के लिए तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट प्रेसीडेंसी द्वारा स्थापित टेंट में रहना पड़ा था। डेमिर ने अपनी मां से कहा कि, वह लोगों की मदद करना चाहता है और जीवित बचे लोगों को अपने गुल्लक में पैसा भेजना चाहता है। लड़के और उसकी मां ने तुर्की रेड क्रीसेंट की ड्यूज शाखा का दौरा किया और अधिकारियों को पैसे दिए। युवा लड़के ने जीवित बचे लोगों के लिए एक भावनात्मक पत्र भी लिखा।
उन्होंने लिखा, “जब ड्यूज में भूकंप आया तो मैं बहुत डर गया था। हमारे कई शहरों में भूकंप के बारे में सुना तो मुझे भी यही डर था। इसलिए मैंने अपने बड़ों द्वारा दिए गए पॉकेट मनी को बच्चों को भेजने का फैसला किया। साथ ही उन्होंने कहा, “अगर मैं यहां चॉकलेट नहीं खरीदता तो ठीक है। वहां बच्चों को ठंड या भूख नहीं लगनी चाहिए। मैं अपने कपड़े और खिलौने वहां के बच्चों को भेजूंगा।”ठंड के मौसम के बावजूद हजारों बचावकर्मी चपटे इलाकों को छान रहे हैं, जिसने अब सहायता की सख्त जरूरत में लाखों लोगों के दुख को गहरा कर दिया है। इसके बाद ये संदेश सभी में खूब वायरल हो रह है| 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × 5 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।