होली हिंदुओं का मुख्य त्योहार माना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। होली को दो दिन मनाया जाता है, पहले दिन होलिका दहन किया जाता है जबकि दूसरे दिन गुलाल-अबीर से होली खेली जाती है।
मान्यता है कि होलिका दहन के समय अगर कुछ विशेष उपाय किए जाए तो बड़े से बड़े संकटों को टाला जा सकता है। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में होलिका दहन किया जाता है। इसके बाद ही खुशी के तौर पर रंगों की होली खेली जाती है।
कुंडली में अगर ग्रह दोष है और अक्सर कोई न कोई परेशानी जीवन में लगी ही रहती है तो होलिका दहन की राख को ठंडा होने के बाद घर ले आएं और इसे पानी में मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और महादेव से प्रार्थना करें।
घर में यदि कोई बीमार रहता है तो होलिका दहन की राख को बीमार व्यक्ति के शरीर पर छिड़क दें। इस उपाय के चमत्कार से बीमार व्यक्ति जल्द ही ठीक होने लगेगा।
नौकरी में किसी तरह की समस्या आ रही है तो एक नारियल को सात बार घड़ी की दिशा में घुमाएं और अपने इष्ट को याद करके मन ही मन काम पूरा करने के लिए प्रार्थना करें और इस नारियल को होली की अग्नि में डाल दें।
अगर किसी जातक को गंभीर बीमारी हो या इलाज के बाद भी ठीक न हो रही हो तो होली के दिन ये टोटका आजमा सकते हैं।इसके लिए होली के दिन एक बड़े आकार का नींबू लेकर बीमार व्यक्ति के सिर के पास सात बार घुमाएं। इसके बाद एक चाकू से मरीज के शरीर को सिर से पांव तक छूते हुए शरीर के बीचों बीच नींबू को दो टुकड़ों में काट दें। फिर शाम के समय नींबू के इन टुकड़ों को घर की दिशाओं में फेंक दें। इस उपाय से गंभीर से गंभीर बीमारी से राहत मिल सकती है।
घर में लंबे समय से बुरा वक्त देख रहे हैं और अब इससे छुटकारा चाहते हैं तो होली की राख को घर लाकर उसमें राई और साबुत नमक डालें और घर में शुद्ध स्थान पर रख दें। इससे घर की नकारात्मकता दूर होगी।