आज की जिंदगी में हर व्यक्ति किसी ना किसी परेशानी से जूझ रहा है यही परेशानी तनाव का कारण है। कुछ लोगों को तो तनाव के कारण बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उस पर तनाव की अनदेखी डिप्रेशन की ओर ले जाती है और कई बार तो जीवन भर का दर्द दे देती है। ऐसे में समय रहते इससे निजात पाने का उपाय कर लेना बेहतर होता है।वास्तु शास्त्र में तनाव से निजात पाने के कुछ आसान तरीके बताए गए हैं।
घर की प्रत्येक वस्तु किसी न किसी तत्व का प्रतिनिधित्व करती है। यदि घर वास्तु के अनुसार व्यवस्थित होता है तो इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है और घर में रहने वाले सदस्य निरोग, सुखी और धनवान बनते हैं। वास्तु सिद्धांत के अनुसार वास्तु दोषों को दूर करने अथवा कम करने में आपके घर की आंतरिक साज-सज्जा मददगार साबित हो सकती है। घर में सुख-शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए कुछ वास्तु नियमों को अपनाया जा सकता है।
घर के अंदर लगे हुए मकड़ी के जाले,धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती। इसके साथ दरवाज़े को खोलते तथा बंद करते समय सावधानी से बंद करें, ताकि कर्कश ध्वनि न निकले।
घर के खिड़की-दरवाजे इस तरह होने चाहिएं कि सूरज की रोशनी अच्छी तरह से घर के अंदर आए। ड्राइंग रूम में फूलों का गुलदस्ता लगाएं। रसोई घर में पूजा की अलमारी या मंदिर नहीं होना चाहिए। गैस का चूल्हा किचन प्लेटफार्म के आग्नेय कोण में दोनों तरफ से कुछ इंच जगह छोड़कर रखना वास्तु सम्मत माना गया है।
प्रतिदिन शाम के समय घर में कपूर जलाएं इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर एक ओर केले का वृक्ष तथा दूसरी ओर तुलसी का पौधा गमले में लगाएं।