कान में दर्द होने के कई कारण होते हैं। कान के अंदरुनी हिस्से में किसी भी तरह की समस्या हो जाती है जिसकी वजह से कान में सूजन या संक्रमण हो जाता है। यह समस्या आमतौर पर बच्चों में ही देखी जाती है। कान में दर्द होने के लक्षण या संकेत ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं। जब भी कान में दर्द होता है तो उसके साथ जलन भी होती है।
इसके साथ ही यह दर्द आता और जाता है लेकिन कभी कभार यह दर्द स्थिर भी हो जाता है। अक्सर देखा होगा कि जब भी कान में दर्द होता है तो लोग उसके लिए गर्म तेल कान में डालने की सलाह देते हैं। लेकिन भूलकर भी कान में तेल नहीं डालना चाहिए। कान में दर्द कब होता है और क्यों होता है और इसके लिए क्या करना चाहिए इस पर एक डॉक्टर ने अपनी राय दी है। चलिए जानते हैं-
सबसे ज्यादा समस्या होती है बच्चों में
संक्रमण या चोट की वजह से कान में दर्द होता है। कान के बाहरी हिस्से में भी दर्द हो सकता है। कान में दर्द कीड़ा जाने या रुई जैसी वस्तु जाने से भी हो जाता है। अगर आपके शरीर के किसी दूसरे हिस्से में दर्द हो रहा है तो उसकी वजह से भी कान में दर्द हो जाता है। अगर आपके दांत में कैविटी की वजह से दर्द होता है तो संभव तौर पर कान में भी दर्द होगा। दांतों से भी कान का दर्द जुड़ा होता है।
अगर आपके दांतों में दर्द या फोड़ा होता है तो उसका असर कान में होता है। उससे कान में दर्द हो जाता है। जब भी छोटे बच्चों के दांत निकलने शुरु होते हैं तो उनके कान में भी दर्द रहता है। कान में कुछ चीज कभी फंस जाती है जिसकी वजह से दर्द हो सकता है। गले में किसी तरह का दर्द या टॉन्सिलाइटिस होते हैं तो उससे कान में दर्द हो सकता है। वैक्स जमे से भी कान में दर्द हो जाता है।
दवा हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें
मौसम इन दिनों नमी वाला है इसकी वजह से कान में फफूंदी हो जाती है और वैक्स निकलती है। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो किसी डॉक्टर को अपना कान दिखाएं और दवा लें। कान को हमेशा नहाने के बाद साफ करना चाहिए। कान को बड्स से साफ करें अगर पानी हो तो वह बड की रुई से सूख जाए। बच्चों के कान हमेशा मोटी बड से ही करने चाहिए नहीं तो उनके कान के पर्दे फटने का डर रहता है।
अगर आपको जुकाम रहता है तो उसकी वजह से मिडिल ईयर में भी दर्द रहता है। भारीपन, ऊंचा सुनाई देना यह सारी कान की परेशानियां रहती हैं। जुकाम के लिए आप भाप ले लें लेकिन दवाई हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें। वार्न आगे चलकर परेशानी हो सकती है।
कान में जब भी फुंसी होती है तो वह ऊपर से दिखाई दे जाती है। फुंसी की वजह से कान का छेद छोटा लगता है और दर्द भी रहता है। अगर आपके कान में दर्द है तो भूलकर भी तेल ना डालें। अक्सर देखा गया है कि लोग कान के दर्द में अपने आप ही दवाई लेकर डाल लेते हैं जो कि नुकसान हो सकता है। हमेशा कान की दवाई डॉक्टर से ही लें। सामान्य स्थिति में तेल कान में डाल सकते हैं।