हिंदू धर्म में गणपति की पूजा का विधान बुधवार का दिन बताया गया है। मान्यता है कि गणेश जी की इस दिन पूजा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है। गणपति बप्पा अपने भक्तों के हर विघ्न हर लेते हैं इसलिए उन्हें विघ्नहर्ता भी कहते हैं। मान्यताओं के अनुसार, बुद्धि का विकास गणेश जी की पूजा करने से होता है।
हिंदू धर्म में शुभ और मंगलकारी भगवान गणेश जी को उनके हर रूप में माना जाता है। लेकिन गणेश जी की ऐसी 5 प्रकार की मूर्तियां होती हैं जो शुभ और लाभकारी घर में रखना होता है। चलिए आपको बताते हैं गणेश जी की कौन सी मूर्ति घर पर रखनी चाहिए।
घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश जी की आम,पीपल,नीम से बनी मूर्ति रखनी चाहिए। मान्यताओं के अनुसार,गणेश जी की ऐसी मूर्ति घर पर लगाने से सकारात्मकता ऊर्जा के साथ धन और सुख में वृद्धि होती है। इसके अलावा परिजनों का बौद्धिक विकास भी गणपति बप्पा करते हैं।
धन वृद्धि का कारक गणेश जी की गाय के गोबर से बनी हुई मूर्ति को माना गया है। गणेश जी की ऐसी मूर्ति घर में रखने से घर का वातावरण शुद्ध और शांत होता है। साथ ही गणपति बप्पा की पूजा करने से घर के परिजनों का स्वास्थ्य लाभदायक होता है।
गणेश जी की श्वेतार्क मूर्ति अपने घर पर रविवार या पुष्य नक्षत्र में लाएं साथ ही उनकी पूजा नियमित रूप से रोजाना करें। धन और सुख वृद्धि का कारक गणपति बप्पा की यह मूर्ति मानी जाती है। इसके साथ ही कुंडली में बुध ग्रह भी गणेश भगवान की पूजा करने से मजबूत होता है। ऐसा करने से कई लाभ भक्तों को मिलते हैं।
घर का वास्तुदोष गणेश जी की क्रिस्टल की मूर्ति रखने से दूर होता है। इसके अलावा घर में लक्ष्मी माता की भी क्रिस्टल की मूर्ति गणेश जी के साथ रखनी चाहिए और दोनों की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से धन और सौभाग्य की वृद्धि होती है। साथ ही आर्थिक संकट घर में किसी प्रकार का नहीं आता है।
गणेश जी की मूर्ति हल्दी से बनाई हुई घर में रखनी चाहिए। शुभ और सुखदायक यह मूर्ति गणेश जी की मानी जाती है। घर में खुशियां इस मूर्ति को रखने से आती हैं। साथ ही भाईचारा और प्रेम भी घर के परिजनों के बीच में इससे बना रहता है।