आज के वक्त में हम सभी को जिस चीज के बारे में सबसे ज्यादा सोचना चाहिए वो है हमारा पर्यावरण। क्योंकि प्रदूषण दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। लोगों को सांस लेने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीमारियां कम होने की बजाए बढ़ती ही जा रही है।
ऐसे में ऑक्सीजन की कमी साफ झलकती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की सभी कोशिशें भी की जा रही हैं। ऐसे में ही हम हर साल 5 जून के दिन विश्व पर्यावरण दिवस मानते हैं। लेकिन बावजूद इसके हमें और अधिक पेड़ लगाने की अवश्यकता है। पर्यावरण को बढ़वा देते हुए केरल में कुछ ऐसा कदम उठाया गया है जिसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम होगी।
ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने के लिए वैसे हर बार लोगों को कहा तो जाता है। लेकिन सोचो अगर कोई इस तरह की शर्त ही रख दे तो फिर क्या ही कर सकते हो आप? दअसल केरल के कोडुन्गल्लुर नगर पालिका ने यह निर्णय लिया है कि यदि इस इलाके में किसी को अपना घर बनाना है तो उससे पहले आपको अपने घर में पौधा लगाना होगा।
क्योंकि सिर्फ एक या दो घर में ही नहीं बल्कि हर किसी के घर में कम से कम दो पौधे लगाने जरूरी हैं। ऐसे में अब नगर पालिका ने यह साफ कर दिया है कि अगर आपको इस इलाके में अपना घर चाहिए तो आपको पेड़ लगाने होंगे। इसमें सबसे पहले आम और कटहल के पेड़ को प्राथमिकता दी जाएगी।
घर में पौधे देखे जाने पर ही होगी मकान की रजिस्ट्ररी
इस फैसले की सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि घर की रजिस्ट्ररी ही तब की जाएगी जब घर में पौधे लगे होंगे। इसके साथ ही नगर पालिका के अधिकारी खुद मकान की रजिस्ट्ररी होने से पहले उस मकान में जाएंगे। यहां जाकर वो देखेंगे की घर में पौधे है या नहीं।
जो घर 1500 स्कवेयर फीट का है या उससे बड़ा उसमें पौधे लगाना अनिवार्य है। इस नेक कदम की तारीफ चारों ओर हो रही है। बता दें कि ये भारत का पहला शहर है जहां पर पौधे लगाने के इस नियम को लागू किया गया है।