जब कभी भी हम सभी किसी दुकान पर कोई सामान खरीदने के लिए जाते हैं तो सबसे पहले हम उसके ऊपर लिखी हुई एक्सपायरी डेट देखते हैं। मगर आपको बता दें कि सामान एक्सपायरी डेट तक ही सुरक्षित हो तो ऐसा कुछ भी नहीं है,जी हां क्योंकि कुछेक चीज़ें ऐसी भी होती हैं जिन्हें बिना एक्सपायरी डेट के भी इस्तेमाल किया जा सकता है इन्हीं में से एक है हैंड सैनिटाइजर।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सैनेटाइजर्स में काफी इजाफा हुआ है। आलम ये है कि सैनिटाइजरलेने के लिए लोगों को घंटों लाइन लगना पड रहा है। सैनेटाइजर का उपयोग करने से उसकी मांग में एकदम से ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है,जिसके बाद से सरकार को भी इसे जरूरी वस्तुओं की श्रेणी में शामिल करना पड़ा है साथ ही इसके जमाखोरी के खिलाफ सख्ती करनी पड़ी।
आजकल कोरोना का बढ़ता प्रकोप देख ओर अपनी सुरक्षा के लिहाज से लोग कुछ ज्यादा मात्रा में हैंड सैनेटाइजर खरीदने लगे हैं और उन्हें ऐसा लगता है कि इस पर दी गई एक्सपायरी के बाद यह काम का नहीं है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है जी हां अपने सही पड़ा। दरअसल ऐसा इसलिए हैंड सैनेटाइजर को असरदार उसमें मिली अलकोहल की मात्रा बनाती है। इसकी वजह से जर्म्स मरते हैं। ऐसे में ये कभी भी एक्सपायर नहीं होते और ये हमेशा काम करते हैं।
इसलिए लिखी जाती है एक्सपायरी डेट…
बता दें कि हर दवा की तरह सैनिटाइजर पर भी एक्सपायरी डेट लिखी होती है,लेकिन ये कभी एक्सपायर हीं होते। क्योंकि एक्सपायरी डेट लिखने के पीछे का मकसद अल्कोहल की मात्रा है। ऐसा इसलिए जब सैनेटाइजर जब बनता है तब इसमें 95 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा मिक्स की जाती है और जब सभी लोग इसका उपयोग करते हैं तो बहुत बार वो ढक्कन नहीं लगते और कभी-कभी लोग बोतल को हल्के से ही बंद कर देते हैं।
इस वजह से सैनिटाइजर में से सारा अल्कोहल धीरे धीरे उड़ने लगता है और थोड़े दिनों बाद इसमें अलकोहल की मात्रा बिल्कुल कम हो जाती है साथ ही इसका असर पूरी तरह से ख़त्म हो जाता है। इस कारण कंपनियां इसके उपर एक्पायरी डेट लिख देती हैं। मगर ध्यान रहे अगर आप सैनिटाइजर की बोतल को टाइट से बंद करके रखेंगे तो यह कभी भी एक्सपायर नहीं होगा और न ही खराब होगा।