आजकल टिकटॉक का क्रेज हर दूसरे इंसान के सिर चढ़कर बोल रहा है। मशहूर होने के लिए टिकटॉॅक का यह माध्यम जहां एक ओर एंटरटेनमेंट प्रोवाइड करवाता है,तो वहीं दूसरी ओर यह रिश्तों पर भी काफी बुरा असर डालता है। जी हां ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि इसका लेटेस्ट उदाहरण गाजियाबाद से सामने आया है। जहां पर एक पति ने अपनी पत्नी के टिकटॉक से पेरशान होकर अब उससे तलाक मांग लिया है।
दरअसल इस शख्स की पत्नी को टिकटॉक की बहुत बुरी लत है और इसमें उसने अपने बाकी घरवालों को भी शामिल कर लिया। जिसके बाद उसके पति ने बताया कि यह सब कुछ होने के बाद उसके घर वाले भी काम प्रभावित होने के साथ ही उनकी शांति भी भंग होने लगी। सोशल मीडिया किस तरह रिश्तों में दूरी पैदा करके रिश्तों को तोड़ सकता है आइए जानते हैं इन सभी बातों के बारे में…
कम्यूनिकेशन गैप प्रॉब्लम
सोशल मीडिया पर अपना ज्यादा समय बिताने का मतलब होता है कि आप अपने परिवार वालों को बिल्कुल भी समय नहीं दे पा रहे हैं। जिससे आपके और परिवार वालों के बीच कम्यूनिकेशन गैप बढ़ जाता है और रिश्तों में कड़वाहट की समस्या पैदा होनी शुरू हो जाती है।
असुरक्षा होना
सोशल मीडिया की लत की वजह से फीलिंग्स शेयर करने या साथ में समय नहीं बिताने की वजह से भी पति या पत्नी के मन में असुरक्षा का भाव आ सकता है। क्योंकि ऐसे में आपके पार्टनर को ऐसा लग सकता है कि वह आपकी लाइफ में बहुत ज्यादा महत्व नहीं रखता या रखती है। जिस वजह से रोज-रोज आपस में लड़ाईयां होती है और आखिर में रिश्ता टूटने के आसर पैदा हो जाते हैं।
रिलेशनशिप स्ट्रेस बढ़ता है
एक-दूसरे को समय नहीं देना और आपस में बात नहीं करना भी असुरक्षा का भाव जैसी चीजें रिलेशनशिप स्टे्रस को ज्यादा बढ़ा देती है। क्योंकि ये सब चीजें हो जाने से पार्टनर के बीच दूरियां आने लगती है। इसके साथ ही एक समय ऐसा भी आ जाता है जब कपल्स अपने रिश्ते को प्यार और सुकून से ज्यादा सिरदर्द और तनाव का कारण भी समझने लगते हैं।
नहीं होता टूटते रिश्ते का आभास
बहुत सारे ऐसे मामले भी सामने आ चुके हैं जिसमें यह मालूम हुआ है कि बहुत बार टोकने के बावजूद भी पति या पत्नी ने सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा एक्टिव रहना नहीं छोड़ा है। जिस वजह से उन्हें आखिर में तलाक का फैसला ही लेना पड़ा है। गाजियाबाद वाले केस में भी ऐसा कुछ ही हुआ है जहां पर पति ने कोर्ट में दाखिल की कई तलाक की याचिका में उठाई है।
आज कल के समय में सोशल मीडिया के किसी भी प्लैटफॉर्म की लत लग जाने की स्थिति में इंसान ऑनलाइन की दुनिया में इस कदर मगन हो चुका है कि उसे अपने रिश्ते टूट जानें तक के बारे में भी नहीं पाता होता। बहुत बार टोके जाने के बाद भी लोग समझ नहीं पाते हैं कि सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त बिताना भला कोई कैसे रिश्ते को तोड़ सकता है।