अगर बात महिला के श्रृंगार की हो रही हो और उसमें जिक्र चूडिय़ों का न हो तो सब कुछ अधूरा सा लगता है। जी हां कोई भी व्रत हो या फिर कोई पर्व महिलाओं का श्रृंगार तब तक अधूरा ही रहता है जब तक उसके हाथ में लाल-हरी रंग की चूडियां न हो। लेकिन यदि आप यह सोचते हैं कि चूडिय़ों का संबंध केवल श्रृंगार से ही जुड़ा हुआ है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है और शायद आप इस बात में बिल्कुल गतल हैं। क्योंकि चूडिय़ां केवल आपके हाथों की खूबसूरती ही नहीं बढ़ाती बल्कि यह आपके सेहत के लिहाज से भी काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। तो आइए जानते हैं चूडिय़ां पहनने के कुछ शानदार फायदों के बारे में।
1.चूडिय़ां पहनना शुभ
कलाई में चूडिय़ां या गहने पहनने से महिलाओं को श्वास रोग और ह्दय रोग की पेरशानी नहीं होती है।
2.मानसिक संतुलन
कलाई में चूडिय़ां पहनने से महिलाओं का मानसिक संतुलन बना रहता है। वैज्ञानिक तर्क के मुताबिक कांच की चूडिय़ों से होने वाली खन-खन आवाज वातावरण में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा का खत्मा कर उसके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
3.रक्त प्रवाह
चूडिय़ां पहनने से हाथ की स्किन से घर्षण करके हाथों में रक्त संचार को बढ़ा देती है।
4.थकावट
चूड़ी के कारण पैदा होने वाली घर्षण से बॉडी में ऊर्जा पैदा होती है। जिस वजह से महिलाओं को बहुत जल्दी से थकान महसूस होनी शुरू हो जाती है।
5.हार्मोंस का संतुलन
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का शरीर ज्यादा संवेदनशील होता है और उनकी बॉडी में हार्मोंस का स्तर भी तेजी से बदलता रहता है। वहीं चूडिय़ां पहनने से महिलाओं के शरीर में हार्मोंस संतुलित भी रहता है।
आयुर्वेद मुताबिक सोने और चांदी की भस्म शरीर के लिए बलवर्धक होती है यही वजह है कि सोने और चांदी की चूडिय़ां पहनने से इन धातुओं के तत्व महिलाओं को बल प्रदान करते हैं जिससे महिलाएं लंबी आयु तक स्वस्थ रहती है।