गेंदे के फूलों को साज-सजावट और भगवान की पूजा के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन शायद आप नहीं जानते होंगे कि यही गेंदे के फूल कई बीमारियों से भी हमें बचाता है। गेंदे के फूल और उसकी पत्तियों में कई एंटी बायोटिक, एंटी फंगल औकी बाकी औषधीय तत्व भी है जो रोगों से लड़ने में मददगार होते हैं।
1. एंटीइंफ्लेमेंट्री गुण गेंदे के फूल में पाए जाते हैं। शरीर पर आई सूजन और चोट को ठीक करने में यह गुण बहुत लाभकारी होता है। चोट की जगह इस लेप को लगाने से बहुत लाभ मिलता है।
2. गेंदे के फूल में एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेंट्री गुण शरीर में बैक्टीरिया को पैदा होने से रोकता है। तभी कहते हैं कि मुंहासों पर इसे लगाने से वह खत्म होते हैं। गेंदे के फूल की पंखुड़ियों को गुलाब के जल में पीसकर मुंहासों पर लगाने से वह जड़ से खत्म हो जाते हैं।
3. एंटीबैक्टीरियल गुण भी गेंदे के फूल में होते हैं और इसकी चाय पीने से शरीर में इम्यूनिटी बढ़ती है। सर्दी-जुकाम और बुखार की परेशानी को भी खत्म करता है।
4. गेंदे के एक्सट्रेक्ट को टूथपेस्ट में लगाने से मसूड़ों में सूजन खत्म होती है। सूजन के साथ मसूड़ों से खून की समस्या को भी खत्म करता है।
5. गेंदे के एक्सट्रैक्ट को देसी घी में मिलाकर उसे आंखों में लगाने से पानी आने की समस्या और जलन की परेशानी खत्म हो जाती है।
6. अगर आपकी त्वचा जलती है या फिर धूप में जाने से इरिटेशन होती है या फिर आपकी स्किन लाल हो जाती है तो गेंदे की पत्तियों को पीसकर उसे मुंह पर लगा लें। यह सारी परेशानियां खत्म हो जांएगी।
7. शरीर में हानिकारक टॉक्सिन्स को गेंदे का फूल बाहर निकालता है और पाचन तंत्र को भी सही रखता है। गेंदे के फूल के रस को शहद मकें मिलाकर पीने से पाचन तंत्र सहेतमंद होता है।