हिंदू पंचांग के अनुसार, वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है।
वट सावित्री व्रत 2023 शुभ मुहूर्त
इस बार अमावस्या तिथि की शुरुआत 18 मई यानी कल रात 09 बजकर 42 मिनट पर हो चुकी है और इसका समापन 19 मई आज रात 09 बजकर 22 मिनट पर होगा।उदयातिथि के अनुसार, वट सावित्री व्रत इस बार 19 मई यानी आज ही रखा जा रहा है।
सनातन धर्म में बरगद के पेड़ को पूजनीय और शुभ माना गया है।ज्योतिष शास्त्र में वट वृक्ष से जुड़े कई सरल और अचूक उपायों का वर्णन मिलता है, जो मनुष्य के जीवन में आ रही अनेक समस्याओं के लिए कारगर सिद्ध हो सकते हैं। इस दिन महिलाएं वट वृक्ष यानि बरगद के पेड़ की पूजा करती है। इस दिन अगर बरगद के पेड़ से जुड़े कुछ उपाय कर लिए जाए तो शुभ फल मिलता है।
1 . बरगद के पेड़ का एक साबुत पत्ता लें उस पत्ते के ऊपर गीली हल्दी के जरिए स्वास्तिक बनाएं।अब इस पत्ते को संभाल कर अपने पूजा घर में या धन वाले स्थान में रख दें। इस उपाय से मनुष्य को अपार धन लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है।
2. बरगद के 108 हरे और साबुत पत्ते लें. इन सभी पत्तों पर 11 बार लाल रंग की स्याही से राम का नाम लिखें।अब इन पत्तों को बजरंगबली को समर्पित करें। उपाय से मनुष्य की हर इच्छा पूरी होगी, अच्छी नौकरी के योग बन सकते हैं।इसके अलावा जातक को हनुमान जी की कृपा भी प्राप्त होगी।
इसके अलावा इस दिन रात के समय बरगद के पेड़ के नीचे मिट्ठी का एक दीपक जलाएं और इसमें एक कपूर और एक जोड़ा लौंग रख के अपने मन में अपने पति का नाम तीन बार लें और मन की इच्छा कहे और हाथ जोड़े।इस उपाय से आपके पति के तरक्की के रास्ते खुल जाएंगे घर में सुख शांति बनी रहेगी।