हज की पॉलिसी में बदलाव किया गया है यह अब मेहरम के बिना महिलाएँ हज के लिए जा सकेंग। । अब हज की यात्रा 50, हज़ार रुपया तक सस्ती कर दी गई जानकारी के लिए बता दें कि हज यात्रा के लिए विमान सेवा इस बार भारत के 25 शहरों से संचालित होगी
हज के लिए लगभग 1.75 लाख का कोटा दिया गया
दरअसल भारत को इस साल हज के लिए लगभग 1.75 लाख का कोटा दिया गया है। नई हज नीति के तहत कुल कोटा का 90% हज कमेटी ऑफ इंडिया को आवंटित किया जाएगा और शेष निजी ऑपरेटरों को आवंटित किया जाएगा। हालांकि, सरकार ने अभी तक हज के लिए आवेदन नहीं खोले हैं। नई नीति के तहत महिलाओं, बच्चों, विकलांग व्यक्तियों और बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। हज-2023 के लिए 25 प्रस्थान स्थल होंगे
हज यात्रा के प्रस्थान स्थल चयनित किए गए
सूत्रों के अनुसार यह पता चला कि हज यात्रा के प्रस्थान स्थलों (इम्बारकेशन प्वाइंट्स) में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू,चेन्नई, श्रीनगर, रांची, गया, औरंगाबाद, वाराणसी, जयपुर, नागपुर, कोच्चि, अहमदाबाद, लखनऊ, कन्नूर, विजयवाड़ा, अगरतला और कालीकट शामिल हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर प्रस्थान स्थलों में बढ़ोतरी की जा सकती है।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने ट्वीट कर दी जानकारी
वहीँ इस पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने ट्वीट किया, “नई ऐतिहासिक हज नीति तीर्थयात्रियों को वित्तीय राहत लाएगी. आवेदन पत्र अब पहली बार नि:शुल्क हैं. हज पैकेज की लागत में लगभग 50,000 रुपये की कमी की गई है। ”
पहली बार आवेदन मिलेंगे नि:शुल्क
पहली बार आवेदन नि:शुल्क मिलेंगे। जिन लोगों का हजयात्रा के लिए चयन होगा, उन्हें प्रक्रिया से संबंधित कुछ शुल्क देने होंगे। पहले हज आवेदन का शुल्क 300 रुपये होता था। सरकार के शीर्ष सूत्र ने बताया कि इस बार हज के लिए महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
हज यात्रा पर जाएंगे इस साल भारत से 1.75 लाख लोग
अगर 45 साल से अधिक उम्र की कोई महिला ‘मेहरम’ (नजदीकी पुरुष रिश्तेदार) के बिना आवेदन करती है, तो उसे हज पर जाने की अनुमति होगी। पहले महिलाओं को मेहरम नहीं होने की स्थिति में समूह में जाने की अनुमति थी. इस साल भारत से 1.75 लाख लोग हजयात्रा पर जाएंगे। बहरहाल महरम के बिना महिलाएँ हज के लिए जा सकेंगी जिसके चलते महिलाऐं अब बेहद खुश हैं।