बुरहानपुर : बेटी के हाथ पीले करने थे शादी की तारीख करीब आ गई। रुपए के इंतजाम में भटक रही थी। एक दिन अचानक बेटी के साथ अजाक थाने पहुंची। मां को उम्मीद थी कि यहां से 2-2 हजार रुपए की सरकारी मदद मिल जाएगी। पुलिस ने पुराना रिकार्ड खंगाला तो लड़की के खाते में 60 हजार रुपए व 12 हजार रुपए ब्याज कुल मिलाकर 72 हजार रुपए जमा मिले।
आदिम जाति कल्याण विभाग व बैंक अधिकारियों की मदद से अजाक पुलिस ने जमा राशि निकालकर युवती का कन्यादान किया। 2013 को हुई थी छेड़खानी : अजाक थाने के सब इंस्पेक्टर केके अग्रवाल ने बताया वर्ष 2013 में खकनार क्षेत्र के ग्राम रायतलाई की नाबालिग बालिका (15) को गांव के शनि छोटू ने बीच बाजार छेड़छाड़ कर मजाक उड़ाया था।
खकनार पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध पास्को एक्ट, एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। उस समय 20 हजार रुपए मिलने के बाद पीड़िता के परिजन समझे की अब कुछ भी नहीं मिलेगा। 2 अप्रैल को मां उसी बेटी के साथ अजाक थाने आई। यहां एसआई केके अग्रवाल से महिला ने कहा मेरी बेटी की शादी 9 अप्रैल को होने वाली है। रिकार्ड चेक कर की मदद : दो-चार हजार रुपए की मदद भी हो जाए तो हमारे लिए बड़ी राहत होगी।
अग्रवाल ने 2013 का रिकार्ड चेक कर न्यायालय से निर्णय की फाइल निकाली। फैसले में लड़की के नाम से एफडीआर 60 हजार रुपए जमा होने की जानकारी मिली। अग्रवाल यहां से पीड़िता और उसकी मां को लेकर सहायक आयुक्त आदिवासी रंजना सिंह के पास गए। उन्होंने 5 अप्रैल की शाम को पांच बजे बैंक प्रबंधक के नाम से पत्र बनाकर तत्काल राशि देने के निर्देश दिए।
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