हरिद्वार : नये शिक्षा सत्र के पहले दिन की शुरुआत पढ़ाई से नहीं बल्कि हड़ताल से रही। पब्लिक स्कूलों ने चार सूत्री मांगों के समर्थन में अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल की घोषणा की हुई है। स्कूलों की ओर से बच्चों के अभिभावकों को मैसेज भेजकर इसकी जानकारी दी गयी है। स्कूल न खुलने से बच्चे और उनके अभिभावक परेशान हैं। वित्त विहीन मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय एसोसिएशन के आह्वान पर सभी पब्लिक स्कूल हड़ताल पर हैं। अभी तक इस हड़ताल का पता इसलिए नहीं चल पा रहा था, क्योंकि परीक्षाओं के बाद अभी स्कूल में पढ़ाई नहीं शुरू हुई थी। सोमवार से नया सत्र शुरू होना था। बच्चे नई कक्षा में बैठकर पढ़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन हड़ताल के कारण अभी स्कूलों में पढ़ाई शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं है।
एसोसिएशन ने आरटीई के प्रवेशित छात्रों का भुगतान तीन साल से नहीं हुआ है, एनसीइआरटी की पुस्तकों के साथ अन्य पुस्तकों को शामिल किए जाने, निजी विद्यालयों में दखल अंदाजी बंद किए जाने एवं निजी विद्यालयों के लिए लाए जा रहे एजुकेशन एक्ट में निजी स्कूलों की राय लिए जाने की मांग को लेकर हड़ताल का आह्वान किया है। सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल एग्जीक्यूटिव सोसायटी के वाइस प्रेसीडेंट अशोक कुमार चौहान ने बताया कि एनसीइआरटी की किताबें लागू किए जाने में स्कूलों को कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन कक्षा एक से पांच तक में एनसीइआरटी की केवल तीन किताबें हैं। जबकि अन्य विषय भी हैं। उनकी पढ़ाई कैसे होगी। इसके अलावा एनसीइआरटी में कंप्यूटर की कोई किताब नहीं है। ऐसे में बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान कैसे दिया जाएगा।
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– संजय चौहान