हिंदू धर्म में हर दिन हर देवी-देवता की पूजा का विधान बताया गया है। उसी तरह से शिरडी वाले साईं बाबा की पूजा-अर्चना का विधान गुरुवार के दिन होता है। मान्यताओं के अनुसार अपने भक्तों की हर मुराद साईं नाथ पूर्ण करते है। गुरुवार के दिन साईं नाथ की पूजा नीचे बताई विधि से पूजा करने से साईं बाबा अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। हालांकि पूजा के बाद अपनी इच्छा पूर्ति के लिए किसी भी एक मंत्र का जाप एक हजार बार कर लें। एक बात का जरूर ध्यान रखें गरीबों की सेवा जाप करने के बाद अवश्य करें। इससे साईं भक्तों की मनोकामना साईं बाबा पूर्ण करते हैं।
1. सुबह स्नान करने के बाद उपवास का संकल्प गुरुवार के दिन करें।
2. शिरडी या अन्य किसी साई मंदिर में गुरुवार के दिन शाम को एक 11 मुख वाला दीपक बाबा के सामने जाकर जलाएं। साथ ही श्री साई चालीसा का पाठ 3 बार करें।
3. मान्यताओं के अनुसार साईं बाबा का एक बार कोई भी व्रत शुरू कर ले तो उसे लगातार 9 गुरुवार तक रखना होता है।
4. साईं बाबा की तस्वीर या मूर्ति की पूजा गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके करें।
5. पीले रंग का वस्त्र बाबा की मूर्ति या तस्वीर के नीचे पूजा करते समय बिछाएं और पीले फूलों की माला भी चढ़ाएं।
6. शुद्ध चंदन का तिलक साईं बाबा की तस्वीर या मूर्ति को लगाएं।
7. घी का दीपक बाबा के सामने जलाएं और फिर साई व्रत की कथा पढ़ें। उसके बाद 108 बार साईं बाबा के मंत्र का जाप करें।
8. बेसन के लड्डू या किसी भी शुद्ध मावे की मिठाई साई नाथ को भोग में लगाएं। उसके बाद घर के सभी लोगों में भोग का प्रसाद बांट दें।
9. ध्यान रहे फलाहार ही व्रत में ग्रहण करें लेकिन बिना नमक का खाना व्रत में खाएं।
10. गरीब, असहाय लोगों को भोजन अवश्य गुरूवार का व्रत पूरा होने के बाद कराएं। ऐसा करने से बाबा की कृपा बरसती है।