Woman Charges Parents for Companionship: हमारे देश भारत में माता-पिता की बढ़ती उम्र में उनकी सेवा करना बच्चों का कर्तव्य माना जाता है और उनकी पहली ड्यूटी भी। जिस तरह माता-पिता बचपन में अपने बच्चे को अपनी पहली प्राथमिकता की तरह रखते हैं ऐसे ही एक उम्र के बाद उन्ही माँ-बाप को भी अपने बच्चो की ज़रूरत होती हैं। इसके लिए उन्हें कोई तनख्वाह नहीं चाहिए होती है बल्कि वे खुद ही अपने बुजुर्गों को जितना हो सके, उतना वक्त और केयर देते हैं। हालांकि आज हम आपको पड़ोसी देश चीन की एक ऐसी बेटी के बारे में बताएंगे, जिसके साथ रहने के लिए उसके माता-पिता अपनी ही बेटी को महीने की तनख्वाह देते हैं।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक इस वक्त वहां के सोशल मीडिया पर एक ऐसी बेटी की कहानी वायरल हो रही है, जो अपने माता-पिता की सेवा के लिए अपनी नौकरी छोड़कर चली आई। वो बात अलग है कि इसके लिए भी वो बुजुर्ग मां-बाप से बाकायदा सैलरी लेती है। मज़े की बात ये है कि खुद पैरेंट्स ने ही उसे ये ऑफर दिया है।
बोले- ‘तुम हमारे साथ रहो, हम सैलरी देंगे’
आपने कई पैरेंट्स को ऐसा कहते सुना होगा कि जितना उनके बच्चे कमाते हैं, उतना वे उन्हें घर पर बैठकर खिला सकते हैं. जोकि अमूमन सुनने में आता ही रहता हैं। यहां भी कुछ ऐसा ही था। 40 साल की महिला एक न्यूज़ एजेंसी में 15 साल से काम करती थी। इससे उसे काफी तनाव और 24 घंटे कॉल पर रहने की आदत पड़ चुकी थी। ये देखकर उसके माता-पिता ने ऑफर दिया कि वो अपनी नौकरी छोड़ दे। इसके बदले वे उसकी आर्थिक ज़रूरतों का ख्याल रखेंगे।
और ऐसे बनी लड़की, ‘सैलरी लेने वाली बेटी’
महिला ने सोचने-समझने के बाद ये ऑफर कुबूल लिया। उसके माता-पिता की महीने की पेंशन 12 लाख रुपये से भी ज्यादा है। इसमें से वो 47 हज़ार से थोड़ा ज्यादा पैसे अपनी बेटी को घर पर रहकर उनकी सेवा करने के लिए देते हैं। अब बेटी सुबह एक घंटे माता-पिता के साथ डांस करती है, उनके साथ सामान खरीदने जाती है। शाम में पिता के साथ मिलकर खाना बनाती है। वो उनके लिए ड्राइवर और इलेक्ट्रॉनिक से जुड़ी सारी चीज़ों का भी ख्याल रखती है। हर महीने वे 2 फैमिली ट्रिप पर जाते हैं और बेटी का कहना है कि उसकी ज़िंदगी काफी आराम भरी हो गई है।