दिल्ली की इस चिलमिलाती हुई गर्मी से राहत पाने के लिए सैलानी काफी बड़ी संख्या में पहाड़ों की रानी शिमला घूमने के लिए निकल रहे हैं। लेकिन हालत ये है कि शहर पर्यटक वाहनों की भारी आमद से यातायात की स्थिति बिगड़ गई है। वहीं ट्रेफिक जाम के आगे प्रशासन भी घुटने टेक चुका है। स्थानीय लोगों और सैलानियों को इस परेशानी से छुटकारा दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। यदि आप भी इन दिनों शिमला टूर पर जाने का सोच रहे हैं तो ये खबर आपके के लिए ही है।
बता दें कि प्रशासन ने चंडीगढ़ की ओर से आने और शिमला से आगे की जगहों पर आने वाले सैलानी वाहनों को शोघी से ही ढली होकर गंतव्य की ओर भेजने का निर्णय ले लिया है। ठीक इसी तरह शिमला से बाहर के स्टेशनों से आने वाले चंडीगढ़ की ओर की तरफ जाने वाले पर्यटक वाहन ढली से होते हुए शोघी की ओर चले जाएंगे।
वहीं पिकअप गाडिय़ा प्रात:7 बजकर 45 मिनट से सुबह 10 बजे तक शहर में नहीें चलेंगे। क्योंकि इससे ट्रेफिक की ज्यादा पेरशानी होती है। इसी कड़ी में 30 जून तक ताराहॉल स्कूल 10 मिनट पहले यानी सुबह के वक्त आठ बजे और ऑकलैंड स्कूल सुबह 8:30 बजे ही खुलेगा।
बतातें चलें कि शिमला में सारे स्कूलों में जून के महीने के दौरान हर शनिवार को स्कूलों की छुट्टी रहेगी। प्रशासन का कहना यह है कि शनिवार को वीकेंड होता है और शहर में सैलानियों की भीड़ काफी ज्यादा होती है। ऐसे में इन्हीं सब चीजों को नजर में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।
अब से सर्कुलर रोड पर गाडिय़ां खड़ी करने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। शहर की पार्किंग पैक होने बाद टूटीकंडी पार्किंग को पर्यटक वाहनों के लिए ही खोला जाएगा। पर्यटकों को शहर में लाने और बाहर ले जाने के लिए टूटीकंडी से एचआरटीसी की टैक्सियां केवल 10-15 मिनट में चलेंगी।
दिन के समय में शहर में निर्माण सामग्री ले जाने ट्रकों को सर्कुलर रोड पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। डीसी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि ये सभी नई व्यवस्था अभी से शिमला में लागू कर दी गई है।