लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

इस बुजुर्ग महिला को बेटे ने पति की मौत के बाद निकाला घर से बाहर,अब करती हैं हर दिन मौत का इंतजार

समय के साथ-साथ शरीर भी बूढ़ा हो जाता है। एक दिन हम सभी को बूढ़ा होना है। क्योंकि यहां पर कुछ भी हमेशा के लिए नहीं है

समय के साथ-साथ शरीर भी बूढ़ा हो जाता है। एक दिन हम सभी को बूढ़ा होना है। क्योंकि यहां पर कुछ भी हमेशा के लिए नहीं है,मगर कुछ लोग हैं जो इस बात को समझने के लिए किसी भी तरह से राजी नहीं हैं। बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपने बूढ़े मां-बाप को इस उम्र में घर से बाहर निकाल देते हैं या फिर उनके साथ बुरा व्यवहार करते हैं। 
1575445976 images (14)
वैसे पता नहीं क्यों ऐसा होता है जिन मां-बाप ने उन्हें बचपन से लेकर अब तक पला है और खुद की ख्वाहिशों का गला घोटते हुए अपने बच्चे की हर एक मांग पूरी करी है वही बूढ़े होने के बाद उन पर क्यों बोझ बन जाते हैं। हाल ही में बांग्लादेश के एक फोटोग्राफर जिनका नाम जी.एम.बी आकाश है उन्होंने एक ऐसी ही मां की कहानी अपने इंस्टाग्राम पेज शेयर की है,जिसके बेटे ने अपनी ही मां को दर-दर की ठोकरे खाने के लिए घर से बाहर निकाल दिया है। 

View this post on Instagram

Photo and story @gmbakash My son threw me out of the house after my husband died! People believe that even the shadow of a widow can wreak havoc in their lives and bring bad luck! Because of that, the owner threw me out of the house when they found out that I am a widow, where I used to wash dishes and clothes while hiding my real identity for earning money! Now, I try to earn money by singing devotional songs in temples and manage to get enough for one meal a day. I could start begging but throughout my life, I have longed for some respect and some dignity! I have been living in this temple now for more than 20 years, and every day I am just waiting for death to come so that I can be out of this life of misery and get some relief. The only thought that bothers me badly is that nobody will mourn for me when I die! I will die unwanted and unloved. My son knows where I live! But he never came to see me once all these years! I feel hungry for the love of my son and my family; it is this hunger that gives me more pain than the hunger for the food I always search for. _Alpona Rani

A post shared by GMB AKASH (@gmbakash) on

बुरी किस्मत मानते हैं विधवा को…
यह कहानी अल्पना रानी नाम की एक बूढ़ी दादी की है। उन्होंने बताया कि पति की मृत्यु हो जाने के बाद उनके बेटे  ने उन्हें घर से निकाल दिया है। लोगों का मानना है कि एक विधवा की छाया उनके जीवन का खत्मा कर सकती है। दरअसल एक विधवा को बुरी किस्मत के रूप में देखा जाता है। यही वजह है कि उन्हें दूसरे लोगों ने भी घर में रहने नहीं दिया। 
इस वजह से दादी को अपनी असली पहचान छुपाकर काम करना पड़ा। इतना ही नहीं दादी ने अपनी रोजी-रोटी के लिए बर्तन और कपड़े भी धोए। हालांकि अब वो एक मंदिर में भजन गाती हैं। जिससे उन्हें एक वक्त का खाना नसीब हो जाता है। वो कहती हैं मैं भीख मांगना शुरू कर सकती हूँ । लेकिन मुझे जिंदगी में महज थोड़ी सी इज्जत और सम्मान चाहिए। 
नहीं होगा कोई रोने वाला
अब दादी ने मंदिर में रहना ही शुरू कर दिया। जहां पर रहते हुए उन्हें करीब 20 साल से ज्यादा हो गए हैं। उन्हें हर दिन मौत का इंतजार रहता है ताकि वह इस दर्दभरी हुई जिंदगी से मुक्ति पा सके। मगर उन्हें यह ख्याल भी सताता है कि जब वो मरेंगी तो रोने वाला कोई नहीं होगा। वो नम आंखों के साथ कहती हैं मैं यू हीं मर जाऊंगी बिना किसी के प्यार के। 
1575446003 75454106 2572471216134338 8125935709910407037 n
दादी आगे कहती हैं मेरा बेटा जानता है कि मैं कहां रहती हूं,लेकिन वो इतने सालों में एक बार भी मेरे से मिलने के लिए नहीं आया। मुझे सिर्फ और सिर्फ अपने बेटे और परिवार के प्यार की भूख है और यही भूख मुझे उस खाने की भूख से भी ज्यादा दर्द देती है जिसे मैं रोज कहीं न कहीं ढूढंती हूं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

16 + sixteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।