एक ऐसा बस ड्राइवर जिसने मरकर भी बस में सफर कर रहे कई यात्रियों की जान बचाई है। ये मामला तेलंगाना का है,बस ड्राइवर का नाम ओ यदैया जो 48 वर्षीय हैं। ओ यदैया को बस चलाते हुए आचानक से हार्ट अटैक आ गया। लेकिन उनके जज्बे को सलाम है कि उन्होंने ऐसी हालत में भी बस पर नियंत्रण बनाए रखा और बस को एक सुरक्षित जगह पार्क किया। जबकि वह खुद को नहीं बचा पाए और उनकी मौत हो गई। यदैया तेलंगाना स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (TSRTC) में अस्थाई कर्मचारी था।
क्या है पूरी घटना?
बस के कंडक्टर संतोष ने बताया कि मरने से पहले ओ यदैया कई लोगों की जान ही बचा कर नहीं गए बल्कि बस स्टेंड पर खड़े अन्य लोगों की भी जान बचाई है। हम उसे दर्द में चीखते हुए सुन सकते थे। एक डर वाला माहौल था। लेकिन उसने बस को तब तक नहीं रोका जब तक उसने बस को सुरक्षित जगह पर खड़ा नहीं कर दिया।
खो दी परिवार ने सारी खुशियां
इस घटना के करीब 24 घंटे बाद जब सोमवार को उस्मानिया जनरल अस्पताल के शवगृह के बाहर यदैया का पूरा परिवार दर्द में था। बता दें कि यदैया को दिल का दौरा पडऩे के बाद अस्पताल में लाया गया था,लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए और यदैया अब हम सभी के बीच नहीं रहे। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए यदैया की पत्नी रोते हुए कहती हैं मैंने और मेरे बेटे ने जिंदगी की सारी खुशियां खो दी है।
रायचूर के सफर पर जाने वाले थे
मिली जानकारी के मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है कि महात्मा गांधी बस स्टैंड पर यात्रियों को उतारने के बाद बस ड्राइवर यदैया रायचूर की यात्रा पर जा रहे थे। लेकिन अफसोसा ऐसा कुछ भी नहीं हो सका। वो दूसरों को बचाते-बचाते अपनी जिंदगी को खो दिया।