भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए हिंदू धर्म में सोमवार का दिन बताया गया है। मान्यताओं के अनुसार, सिर्फ सच्ची श्रद्धा ही भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जरूरी होती है। भोलेनाथ अपने भक्तों से प्रसन्न सिर्फ एक लोटा जल अर्पित करने से हो जाते हैं लेकिन बस वह सच्चे मन से किया गया हो। मान्यताएं हैं कि भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय सोमवार के दिन करने से आपकी सभी मुरादें पूर्ण हो जाती हैं। चलिए आपको बताते हैं शिवजी को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन कौन से उपाय करने चाहिए।
भोलेनाथ की पूजा उत्तर दिशा की और मुख करके सोमवार के दिन करनी चाहिए। ऐसा ज्योतिषशास्त्र में कहा गया है। शिव के पंचाक्षरी मंत्र ऊं नमः शिवाय का जाप व्यक्ति को नियमित रुप से हर सोमवार को करना चाहिए। क्षमतानुसार 21,51, या 108 बार आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से अपने भक्तों से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए दूध में शक्कर मिलाकर सोमवार के दिन शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे दिमाग तो तेज होता है साथ ही कार्यक्षेत्र में तरक्की के योग भी बनते हैं। पंचामृत से अभिषेक सोमवार के दिन करें।
एक बात का जरूर ध्यान रखें कभी भी तुलसी शिव जी के अभिषेक के लिए प्रयोग करने वाले पंचामृत में नहीं डालनी चाहिए। भोलेनाथ की पूजा में तुलसी वर्जित होती है। व्यक्ति हर तरह के रोग से पंचामृत से अभिषेक करने से मुक्ति पाता है। सोमवार को ‘दारिद्रदहन शिव स्तोत्र’ का पाठ भी व्यक्ति अभिषेक करने के साथ करता है तो उसकी अभी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।
भगवान शिव के ‘शिव रक्षा स्त्रोत’ का पाठ व्यक्ति को उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके सोमवार के दिन करना चाहिए। ऐसा करने से हर तरह के भय से व्यक्ति दूर रहता है इसके अलावा उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। शिव जी के साथ चंद्रग्रह का दिन भी सोमवार का दिन माना जाता है। ‘चंद्रशेखर स्तोत्र’ का पाठ भी सोमवार के दिन करें और कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी ऐसा करने से मजबूत हो जाती है।