किसी से प्यार करना युवाओं के लिए बेहद खास अनुभव होता है। किशोरावस्था में प्यार होने का मतलब यह आपकी दोस्ती को और ज्यादा गहरा बनाता है। वहीं युवावस्था में आने के बाद आपके अंदर कई तरह के सकारात्मक बदलाव भी आने शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं प्यार होने का सकारात्मक प्रभाव युवाओं के मानसिक और शरीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही खास बदलावों के बारे में…
जब इंसान को किसी से प्यार हो जाता है तो वह अक्सर छोटी-छोटी चीजों में भी खुशियां तलाशने लगते हैं और खुद बे खुद खुश रहने लगते हैं। जैस कि पार्टनर का हालचाल लेना,उसका ख्याल रखना,एक-दूसरे की तारीफ करना ये सभी चीजें युवाओं के दिनचर्या में शामिल हो जाती है। यह सभी चीजें करके आप अपने पार्टनर को खुश तो करते ही हैं इसके साथ ही आप भी खुश रहना शुरू कर देते हैं।
प्यार में पडऩे के बाद हर युवा अपने लुक्स पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर देता है। ऐसे में सिर्फ लड़कियां ही नहीं बल्कि लड़के भी अपने लुक की तरफ ज्यादा ध्यान देते हैं कि वो कैसे दिख रहे हैं। इसके साथ ही युवा अपने ऊपर साफ-सफाई पर भी ध्यान देने लग जाते हैंं। ऐसे में गंदगी से होने वाली बीमारियों का डर नहीं रहता और उनका स्वास्थ्य ठीक रहता है।
शोध में बताया गया है कि प्यार आपके अंदर सुनने,समझने की क्षमता को बढ़ा देता है। आप पहले के मुकाबले ज्यादा सहनशील हो जाते हैं और सामने वाले की गलतियों को माफ करना भी सीख जाते हैं। वैसे तो ज्यादा गुस्सा करना शरीर के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में प्यार में होते हुए गुस्से से दूरी बनाए रखना आपके लिए बहुत लाभदायक होता है।
वहीं एक समय ऐसा भी आता है जब पुरानी बातों को ध्यान में न रखकर जीवन में आगे बढ़ जाते हैं तो मानसिक तौर पर अपेक्षाकृत ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। इसका असर आपके व्यवहार पर भी पड़ता है और आपका सामाजिक जीवन भी बेहतर हो जाता है।
वहीं प्यार हो जाने का एक नुकसान यह भी है कि प्यार में फेल हो जाने के बाद काफी सारे युवा डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में हमेशा अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत करें और पुरानी बातों को भुलाकर जीवन में आगे बढ़े।