चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 02 अप्रैल दिन शनिवार से हो रही है।इस साल चैत्र नवरात्रि पूरे 9 दिन की है। चैत्र नवरात्रि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और नवमी तक चलती है। दशमी तिथि को पारण किया जाता है और व्रत को पूरा किया जाता है. कई बार तिथियां घटती और बढ़ती हैं। कोई तिथि 24 घंटे से अधिक और कोई तिथि 12 घंटे से कम हो सकती है।
शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की आराधना परम सुखदायी है और नवरात्रि मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि नवरात्रि में मां दुर्गा अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करती हैं।
माना जाता है कि इस दिन देवी मां धरती पर अवतरित होती है। और अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करती है। इन दिनों में हर कोई चाहता है कि देवी मां उसके घर विराजे। ऐसे में नवरात्रि शुरु होने से पहले हमें अपने घर में कुछ चीजों का ध्यान रखना जरुरी हैं।
साफ- सफाई- देवी मां को साफ सफाई बहुत पंसद है नवरात्रि आने से पहले अपने घर का सारा पुराना टूटा-फूटा समान घर से बाहर निकाल दें ध्यान दे कि आपकी छत पर भी किसी भी तरह का कोई कचरा ना हो। इसके साथ खराब या बेकार फर्नीचर भी नवरात्रि आने से पहले एपने घर से निकाल दें। जिस घर में साफ सफाई होती है उसी घर में देवी मां आती है।
खराब घड़ी और ताले- घड़ी समय की सूचक होती है और निरंतर चलती रहती है। इसलिए वास्तु में घड़ी को प्रगति और निरंतर आगे बढ़ने से जोड़कर देखा जाता है। यदि आपके घर में टूटी हुई या बंद पड़ी हुई घड़ी हो तो उसे तुरंत घर से बाहर निकाल दें। माना जाता है कि इससे नकारात्मकता बढ़ती है और आपको आर्थिक तंगी व तरक्की में बाधा का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह से घर में बंद पड़े ताले को या तो सही करवा लें या घर से बाहर कर दें। माना जाता है कि बंद ताले की तरह आपकी किस्मत का ताला भी बंद हो जाता है।
खंडित मूर्तियां- घर में साज-सज्जा के लिए रखी मूर्तियां या पूजा स्थान पर रखी भगवान की प्रतिमाएं यदि कहीं से भी खंडित हो तो उन्हें घर में नहीं रखना चाहिए। वास्तु कहता है कि खंडित चीजों से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। इससे आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।