यूं तो हर एक दिन भगवान की पूजा करने के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन शनिवार का दिन शनिदेव की आराधना करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। तभी तो ज्योतिष में शनिदेव को न्यायाधीश का पद सौंपा गया है। वैसे मान्यता यह भी है कि व्यक्ति के हर अच्छे-बुरे काम का फल उसे शनिदेव जरूर देते हैं। इस वजह से शनि की दशा या साढ़े साती लग जानें के बाद मनुष्य के अच्छे या बुरे दिन भी शुरू हो जाते हैं और जिसका जैसा काम होता है उसे वैसा ही भोगना भी पड़ता है।
कहा जाता है ऐसे लोग जिनकी कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में रहता है,उन्हें भाग्य का साथ कभी नहीं मिल पाता है। किसी भी कार्य में सफल होने के लिए बहुत मेहनत भी करनी पड़ती है। कभी कभार तो उन्हें आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ जाता है।
शनिवार का स्वामी ग्रह शनि है। इस दिन शनि के कुछ अचूक उपाय करके कुंडली के कई सारे दोषों से छुटकारा पाया जा सकता है। तो चालिए जानते हैं ज्योतिष के मुताबिक कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कौन-कौन से उपाय है।
शनिवार को करें ये खास उपाए...
1.शनिवार के दिन 19 हाथ लंबा काला धागा लेकर उसकी माला बना लें। अब ये माला आप शनिदेव को अर्पित करें और कुछ देर बाद इस काले धागे की माला को स्वंय गले में पहन लें। इसे आप चाहे तो अपने दाहिने हाथ में भी बांध सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि का प्रकोप कम हो जाता है।
2.प्रत्येक शनिवार को हो सके तो उपवास करें और सूर्यास्त होने के वक्त हनुमानजी की पूजा करें। पूजा में सिंदूर,काले तिल का तेल,नीले फूल और तेल का दीया जलाएं। कहा जाता है ये उपाय कर लेने से शनि के अशुभ योगों का असर ना के बराबर होता है।
3.शनिवार के दिन बंदारों व काले कुत्तों को लड्डू खिलाएं। इस उपाय को करने से हनुमान जी के साथ शनिदेव भी प्रसन्न होंगे।
4.शनिवार को किसी काली गाय की पूजा जरूर करें। इसके साथ ही गाय को कुमकुम और चावल भी चढ़ाएं। हो सके तो बूंदी के लड्डू भी खिलाएं और गाय की परिक्रमा करें। मान्यता है इस उपाय को कर लेने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है।
5.शनिवार के दिन एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें। अब ये तेल किसी गरीब को दान कर दें।