लोहड़ी का त्योहार मुख्य तौर पर पंजाब का त्यौहार है। मकर संक्रांति से एक दिन पहले देश भर में लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है। यह दिन नवविवाहित जोड़ों के लिए, नवजात बच्चों के लिए के लिए बहुत लाभकारी दिन माना जाता है। इस दिन अग्नि की पूजा करने से घर का दुर्भाग्य समाप्त होता है। पंजाब में यह दिन पुरानी फसल की कटाई और नई फसल की बुआई से जुड़ा है।
1. यदि जीवन में दुर्भाग्य साथ न छोड़ रहा हो तो लोहड़ी के दिन गरीब कन्यों को रेवड़ियां भेंट करें।
2. यदि घर में हमेशा क्लेश बना रहता हो तो काली गाय को उरद की दाल की खिचड़ी बना कर खिलाएं। इससे पारिवारिक जीवन सुखमय होगा।
3. सौभाग्य पाने के लिए गरीबों में तिल और गुड़ बांटना चाहिए।
4. आर्थिक समस्या से यदि छुटकारा चाहिए तो लोहड़ी के दिन लाल कपउ़े में यथा शक्ति गेहूं बांधें और इसे किसी जरूरतमंद को दें।
5. घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो तो लोहड़ी के दिन तिल से हवन करें और तिल का दान करें और खुद भी तिल खाएं।
6.गाय को गुड़ और रेवड़ी खिलानी चाहिए इससे घर की आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और पैसों की समस्या परेशान नहीं करती।
ऐसे करें लोहड़ी पर पूजा
घर की पश्चिम दिशा में काले कपड़े पर महादेवी का चित्र लगाएं। इसके बाद सरसों के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही लोहबान का धूप करें। महादेवी को सिंदूर चढ़ाने के बाद उनके समक्ष बिल्वपत्र और रेवड़ियों का भोग लगाएं।