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रोज़ सुबह हवा में उड़कर ये आदमी पहुंचता है ऑफिस

टॉम प्राइडो-ब्रून हर रोज ऑफिस उड़ कर जाते हैं। अब आप सोचे रहे होंगे कि इनका पास अपना प्राइवेट जेट होगा उससे ऑफिस जाते होंगे।

टॉम प्राइडो-ब्रून हर रोज ऑफिस उड़ कर जाते हैं। अब आप सोचे रहे होंगे कि इनका पास अपना प्राइवेट जेट होगा उससे ऑफिस जाते होंगे। लेकिन आपको बता दें कि इनके पास कोई प्राइवेट जेट नहीं है बल्कि यह पैरामोटर ग्लाइडर हैं। पैराजेट इंटरनेशनल कंपनी में टॉम सेल्स एंड मार्केटिंग डायेेक्टर के तौर पर काम करते हैं। 
यह उपकरण उनकी ही कंपनी बनाती है और बेचती भी है। इसी में टॉम ऑफिस जाते हैं और आते हैं। इस पैरामोटर पर टॉम के ऑफिस से 12 से 14 लोग जाते हैं। यह तीन-चार साल पहले आधिकारिक रूप से शुरु हुआ था। 
पैरामोटर ग्लाइडर को पीठ पर बांधते हैं
टॉम अपनी पीठ पर एक बड़ा जालीदार घेरा और पैरामोटर ग्लाइडर से जुड़ी पट्टियां ऑफिस जाने से पहले बांधते हैं। उसके बाद वह अपने कंधे के ऊपर से रस्सी को खींचते हैं और शरीर पर बंधी मोटर चल जाती है। मोटर के चलते ही पीठ पर बंधा हुआ पंखा घूमने लगता है।
 टॉम उसके घूमते ही 10 से 12 कदम मैदान में दौड़ते हैं और वह हवा में उठ जाता है। ग्लाइडर की तरह टॉम का पैरामोटर काम करना शुरु हो जात है जो उनकी पीठ को उठा लेता है। वह ऐसे ही ऑफिस रोज जाते हैं। 
मौसम का हाल देखते हैं सबसे पहले उठकर 

खबरों के अनुसार, दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड के विल्टशायर में टॉम का ऑफिस है। अगर हर रोज मौसम साफ होता है तो वह इसी पर ऑफिस जाते हैं। वह सबसे पहले उठकर मौसम देखते हैं कि साफ या नहीं। दरअसल हर जगह टॉम उड़कर जाते हैं। शहर में वह पैदल या फिर बाइक से जाते हैं। हालांकि उन्हेंे उड़ना ज्यादा एडवेंचर्स लगता है। 
50 किमी की स्पीड से टॉम उड़ते हैं
शेरबोर्न से डॉर्सेट तक टॉम घर से दफ्तर जाने के लिए 30 किलोमीटर उड़ते हैं। इस दौरान इंजन चार से पांच लीटर तक इस्तेमाल होता है। 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्ता से टॉम उड़ते हैं। 
कई ऐसे पैरामोटर ग्लाइडर होते हैं जो इससे भी ज्यादा तेज उड़ते हैं। वह सब गार्मीण इलाकों से जाते हैं। वहां पर उन्हें हरे-भरे खेत दिखाई देते हैं। टॉम का कहना है कि यह दिन को शुरु करने का एक शानदार तरीका है। 
खतरे से खाली नहीं है पैरामोटरिंग 
टॉम का ऑफिस जब पास आ जाता है तो वह रफ्तार को कम करते हैं फिर धीरे-धीरे नीचे उतरते हैं। जब वह लैंड कर रहे होते हैं उस दौरान भी वह 10 से 15 मीटर की दौड़ करते हैं। इंजन वाले पैराग्लाइडर का इस्तेेमाल टॉम करते हैं7 पैरामोटरिंग करना आसान नहीं है। किसी खतरे से कम नहीं है। 
उड़ान भरने के समय ही ज्यादातर हादसे होते हैं। पैरामोटर पायलट को सलाह देते हैं कि वह कभी भी उड़ान पानी के ऊपर से नहीं करें। यह उन श्हारों के लिए बिल्‍कुल भी नहीं है जहां विमानन कानून की उड़ान पर बैन है। 

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