कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बारे में अगर शुरुआती स्टेज में पता चल जाए तो इंसान की जान बच सकती है। कैंसर भी कई तरह के होते हैं। इसी में से एक सर्वाइकल कैंसर होता है। यह कैंसर महिलाओं में ही देखने को मिलता है।
एक स्टडी के अनुसार सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 उम्र की महिलाओं को होता है। महिलाओं की मौत का कारण यह सर्वाइकल कैंसर भी बनता जा रहा है। यह कैंसर सर्वाइल वाली जगह पर होता है तभी इसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है। सर्वाइकल कैंसर होने की वजह गर्भाशय में कोशिकाओं का अनियमित रूप से बढ़ने की वजह से होता है।
सर्वाइकल कैंसर एचपीवी की वजह से होता है। एचपीवी यानी ह्यूमन पैपीलोमा वायरस होता है। सर्वाइकल कैंसर स्मोकिंग करने से, ज्यादा बार प्रेग्नेंट होने से या फिर एक से ज्यादा पार्टनर से फिजिकल रिलेशन बनाने से भी यह हो जाता है।
साल 2018 में एक रिपोर्ट में पता चला था कि सर्वाइकल कैंसर से हर साल भारत में लगभग 74 हजार महिलाओं को होता है। वुमन हेल्थ जर्नल की खबर के अनुसार इसकी जांच ज्यादातर महिलाएं करवाती ही नहीं हैं। इसी वजह से यह शरीर में फैल जाता है और मौत हो जाती है। अगर आपके शरीर में इसके लक्षण होते हैं तो समय रहते आप भी इसकी जांच जरूर करा लें।
महिलाओं को इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए अपना चेकअप नियमित रूप से कराना चाहिए। इसके अलावा महिलाएं पैप स्मीयर टेस्ट हर तीन साल बाद कराएं। शरीर में एचपीवी वायरल से बचाव के लिए टीके जरूर लगवाएं। स्मोकिंग ना करें साथ ही जब आप फिजिकल रिलेशन बनाते हैं तो उस दौरान सुरक्षा का जरूर ध्यान रखें। पेडू के दर्द को नजरअंदाज ना करें। सही समय में इन लक्षणों को जानने के बाद अपना चेकअप कराएं।