दिल्ली में धुंध की चादर दिवाली के त्योहार से छाई हुई है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर दिवाली पर पटाखों के जलाने और हरियाणा में पराली जलाने की वजह से बढ़ चुका है। दिल्ली में लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना हाे रहा है क्योंकि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
पॉप्लूशन के स्तर के बढ़ने की वजह से आंखों में जलन, पानी आना और गले में खराश इन परेशानियों का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। प्रदूषण के कारण हो रही समस्याओं से बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल आप कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इन घरेलू नुस्खों के बारे में-
1. प्रदूषण के स्तर के बढ़ने की वजह से स्मॉग छाया है। हमारा ब्लड स्मॉग से दूषित हो रहा है। ब्लड से स्मॉग को साफ करने के लिए अनार का जूस बहुत लाभकारी रहेगा।
2. कई लोगों को प्रदूषण की वजह से सांस लेने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाप इसमें बहुत फायदेमंद है। पुदीने या यूकेलिप्टस की तीन-चार बूंदे पानी में मिलाकर भाप लें इसमें बहुत फायदा मिलेगा। आपकी नाक प्रदूषण की वजह से बंद हो गई है वह खुल जाएगी।
3. प्रदूषकों को अवशोषित करने में नीम बहुत सहायक होता है। त्वचा और बाल पर नीम का पानी उबालकर लगाने से बहुत फायदा मिलता है।
4. तुलसी का पौधा घर पर लगाने से हवा शुद्ध रहती है। तुलसी का पौधा हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को सोख लेता है और साथ ही दस से पंद्रह मिलीलीटर तुलसी का रस रोजाना पीने से श्वसन तंत्र अच्छा होता है।
5. प्रदूषण के कारण फेफड़ों में दुष्प्रभाव पड़ता है जिसके लिए हल्दी सहायक होती है। बता दें कि हल्दी में औषधीय गुण पाए जाते हैं जो इससे बचाते हैं। खांसी और अस्थमा की परेशानी अगर आपको है तो इसके लिए हल्दी को घी के साथ मिलाकर खाएं बहुत आराम मिलेगा।
6. हरीतकी को गुड़ के साथ मिलाकर अगर आप सोने से पहले और सुबह खाते हैं तो कफ में यह लाभदायक होगा।
7. वायु प्रदूषण से शरीर के अंदर कई तरह की परेशानियां होती हैं। इसके लिए मेथी और सरसों के बीच बहुत सहायक होते हैं।
8. बीटा कैरोटिन नाम का एक तत्व गाजर में पाया जाता है। प्रदूषण से जो शरीर में जलन होती है उसे यह कम करता है।
9. मूली के पत्ते और चौलाई का साग प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए सहायक होता है। साथ ही शरीर में इम्यूनिटी को भी यह बढ़ाता है।
10. विटामिन सी की मात्रा भी प्रदूषण से बचने के लिए लेना अच्छा होता है। इसके लिए आप नींबू, आंवला और अमरूद का सेवन करें। घुलनशील फाइबर इसमें पाया जाता है जो शरीर को सुरक्षित रखता है।