इन दिनों पूरे देश में चुनावी मौसम अपने उफान पर है और लोकसभा चुनाव में सत्ता हासिल करने के लिए हर पार्टी जोर आजमाइश कर रही है। आज के समय में सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव चुनावों पर भी पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर भी प्रचार प्रसार के लिए राजनीतिक पार्टियों के आईटी विंग पूरी ताकत झोंख रहे है।
सोशल मीडिया पर प्रचारित होने वाली खबरों में कई बार अफवाहें भी खूब उड़ती है और इन दिनों चुनावों में भड़काने वाले बहुत से पोस्ट्स वायरल होते रहते है। इस तरह की पोस्ट्स से आम इंसान की आँखों में धुल झोंकने का काम किया जाता है।
आज हम आपको एक ऐसी ही पोस्ट के बारे में बता रहे है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी कुछ लोगों के साथ तस्वीर खिंचवाते दिखाई दे रही है।
गौर करने वाली बात ये है की इस तस्वीर में भीड़ के बीच में नरेंद्र मोदी की दिखाई दे रहे है जो वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री है। तस्वीर को देखने से ऐसा प्रतीत होता है की ये तस्वीर नरेंद्र मोदी के जवानी के दिनों की है। इस तस्वीर को ये कहकर प्रचारित किया जा रहा है की नरेंद्र मोदी शुरूआती दिनों में इंदिरा गाँधी के संपर्क में थे।
पर आपको बता दें ये तस्वीर पूरी तरफ से फेक है और इसे फोटोशॉप करके बनाया गया है। नरेंद्र मोदी को करीब से जानने वाले बताते है की नरेंद्र मोदी कभी भी इंदिरा गाँधी से नहीं मिले है और ये सब सिर्फ राजनीतिक प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश है।
इससे पहले भी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी जिसमे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के साथ नरेंद्र मोदी को इंदिरा गाँधी से मुलाकात करते हुए दिखाया गया था पर वो तस्वीर भी फेक साबित हुई थी।
इस तरफ की तस्वीरें वायरल होने पर आम लोग इसे सच मानकर शेयर करना शुरू कर देते है और ऐसे में जरुरत है की लोग जागरूक हो ओर ऐसे राजनैतिक प्रोपेगेंडा में फंसने से बचे।