जब भी लोग रोमांटिक होते हैं तो वह कैंडिल लाइट डिनर पर अपने पार्टनर को लेकर जाते हैं। एक-दूसरे को मोमबत्ती की रोशनी में देखते हुए खाने का मजा लेना बहुत बेहतरीन होता है।
इसे आप रोमांटिक डेट के तौर पर भी बोल सकते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि प्यार और रोमांस का प्रतीक कैंडिल लाइट डिनर को क्यों कहा जाता है। चलिए रोमांस से संबंध कैंडिल लाइट डिनर क्या है आपको बताते हैं।
सीधे इंसान की आंखों और दिमाग से कैंडिल लाइट का कनेक्शन होता है
इस बारे में जब डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने कई हैरान कर देने वाली बातों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सीधे इंसान की आंखों और दिमाग से कैंडिल लाइट का कनेक्शन होता है। इंसान के दिल में रोमांस का संचार चेहरे पर लाइट पड़ने से होता है।
केंद्रित हो जाता हे दिमाग एक ही बिंदु पर
कैंडिल लाइट के दौरान इंसान के दिमाग को हार्मोन शांत कर देते हैं। जिससे उसका दिमाग एक ही जगह पर केंद्रित हो जाता है और जब आपका पार्टनर कैंडिल के सामने बैठा हो तो उसी के बारे में दिल और दिमाग सिर्फ सोचता है।
तेजी से वर्क करते हैं इंसान के अंदर सेक्सुअल हार्मोन
रोमांस का संचार इंसान के दिल में होता है साथ ही इंसान कुछ और लाइट की रोशनी में नहीं देख पाता है। यही वजह है कि ध्यान इंसान का कहीं पर भी भटकता नहीं है। अगर कैंडिल लाइट के दौरान आपके आस-पास संगीत मध्यम आवाज में बज रहा हो तो मजा ही बढ़ जाता है।
दरअसल इंसान के अंदर सेक्सुअल हार्मोन संगीत की वजह से तेजी से काम करते हैं। इसलिए कहा जाता है कि अपने पार्टनर के साथ कैंडिल लाइट डिनर पर ले जाना चाहिए।