पूरा देश आज यानी 21 जनवरी को महाशिवरात्रि का त्यौहार मना रहा है। भगवान शिव के भक्त इस दिन का इंतजार पूरे साल बेसब्री से करते हैं क्योंकि ये हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। मान्यता यह भी है इस दिन भोलेनाथ का व्रत करने से सभी मुरादें पूर्ण जो जाती है। वहीं महाशिवरात्रि का व्रत महिलाओं के लिए सबसे जयादा खास माना जाता है।
पुराणों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के दिन शिवजी और मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इसलिए कहा जाता है इस दिन जो भी अविवाहित कन्या ये व्रत करती है उसे बहुत अच्छे वर की प्राप्ति होती है। वहीं शादीशुदा महिलाएं अगर व्रत को विधिपूवक रखें तो उनका वैवाहिक जीवन सुखद बितता है।
महाशिवरात्रि इसलिए मनाई जाती है
बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें ये मालूम नहीं होगा कि आखिर महाशिवरात्रि का त्यौहार क्यों मनाया जाता है। तो आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताएंगे जिससे आपको महाशिवरात्रि का पर्व मनाने के पीछे की वजह पता चल जाएगी। दरअसल महाशविरात्रि को लेकर बहुत सारी मान्यताएं प्रचलित हैं। जो सबसे पहले मान्यता है वो यही है कि इस दिन भगवान शिवजी और मां पार्वती का ब्याह हुआ था। जिसके बाद से ये पर्व धूमधाम से मनाया जाने लगा।
एक अन्य मान्यता यह भी है कि इस दिन शिव शंकर पहली बार प्रकट हुए थे। बताया जाता है कि शिव अग्नि ज्योर्तिलिंग के रूप में प्रकट हुए थे,जिसका न आदि था और न ही कोई अंत।
वहीं तीसरी पौराणिक मान्यता के मुताबिक इस खास दिन 64 जगहों पर शिवलिंग उत्पन्न हुए थे,मगर अब तक महज 12 ही ज्योर्तिलिंगों के बारे में पता लग पाया है।