स्पेन के वेलेंशिया को आर्ट्स एन्ड साइंस का शहर कहा जाता है। यहां कई तरह के मॉन्यूमेंट्स हैं जो अपनी खूबसूरती और इतिहास से सबका ध्यान अपनी ओर खींचते हैं साथ ही पूरी दुनिया में भी काफी मशहूर है। अपने शहर की शान बढ़ाने के लिए यहां दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम खोलने का फैसला लिया गया था.
बैंक से इसके लिए अरबों रुपए का लोन भी उठाया गया. लेकिन 16 साल के बाद आजतक ये स्टेडियम कभी बन नहीं पाया. अगर आज इस स्टेडियम को कोई देखेगा तो डर से अंदर कदम नहीं रख पाएगा. ये स्येडियम किसी भुतहा जगह जैसा नजर आता है. आइये आपको दिखाते हैं उस स्टेडियम की कुछ तस्वीरें जो अगर बन गई होती तो कई इतिहास रच देती.
2009 में दुनिया को सबसे बड़ा और सारी सुविधाओं से लैस एक फुटबॉल स्टेडियम मिल गया होता. लेकिन कई अरबों की लागत से बन रहा ये स्टेडियम आज 16 साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है.जब भी इस स्टेडियम को पूरा करने की बात की जाती है, कोई ना कोई अड़चन आ ही जाती है. 2009 में जब इसे पूरा किया जा रहा था तब अचानक से इकोनॉमी इतनी बुरी तरह से हिट हुई कि इसका काम तुरंत रोक दिया गया. लोगों के पास खाने को पैसे नहीं थे. ऐसे में स्टेडियम ओर पैसे लुटाने की बात सुन लोग आक्रोशित हो उठे.
दिसंबर 2011 में स्पेनिश बैंक ने इसे पूरा करने का प्रस्ताव रखा. बदले में इस स्टेडियम पर उसे मालिकाना हक चाहिए था. लेकिन ये डील भी पूरी नहीं हो पाई.दो साल के बाद आर्किटेक्चर कंपनी फेनविक इरीबारेन को इस स्टेडियम का बचा काम पूरा करने का अधिकार दिया गया, लेकिन ये काम कभी कागज से आगे नहीं बढ़ा. स्टेडियम ज्यों का त्यों ही रह गया.
2017 में एक बार फिर लोगों को उम्मीद दी गई कि ये स्टेडियम पूरा कर दिया जाएगा. क्लब और काउंसिल मिलकर इसे पूरा करेगी. लेकिन ये भी कोरा वादा साबित हुआ और स्टेडियम में एक और एक्स्ट्रा पत्थर भी नहीं जोड़ा जा सका. बाद में जब यहां काम शुरू हुआ तो एक हादसे में इस साइट पर चार बिल्डर्स घायल हो गए. इसमें से दो की ऑन द स्पॉट मौत हो गई जबकि दो और बाद में अस्पताल में मारे गए. तब से इसे मनहूस ही घोषित कर दिया गया.
स्टेडियम का ये प्रोजेक्ट तब से अब तक अधूरा ही है. अगर ये पूरा हो गया होता तो दुनिया के महानतम फुटबॉल स्टेडियम में शामिल होता. इसमें करीब 75 से 80 हजार लोगों के बैठने की क्षमता थी. लेकिन शायद ये कभी बनकर तैयार नहीं होगा.