दुनिया के कई देश विश्व महासागर दिवस 8 जून को मनाते हैं। इसका मतलब आज यानी सोमवार 8 जून को विश्व महासागर दिवस है। विश्वभर में लोगों को समुद्र की साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जाता है साथ ही समुद्र तट पर जो कचरा फैला होता है उसे साफ करते हैं। हम सब को बहुत कुछ समुद्र से मिलता है।
इसमें सी फूड, मूंगा, ऑक्सीजन, भोजन और हवा यह सभी चीजें मिलती हैं। जलवायु में भी इससे बैलेंस बना रहता है। कई पोषक तत्वों से भरपूर समुद्र का सी फूड होता है। इतना ही नहीं एजिंग को भी धीमा सी फूड के सेवन से होता है।
क्या है सी फूड
मछलियां, केकड़ा, झींगा, क्रेब्स, स्क्विड, ओएस्टर यह सभी समुद्र से मिलते हैं और इन्हें सी फूड कहा जाता है। नॉन-वेज की लिस्ट में ही सी फूड को माना जाता है।
यह पोषक तत्व मिलते हैं सी फूड से
कई पोषक तत्व सी फूड में पाए जाते हैं। यह हमारी हेल्दी बॉडी के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। हालांकि बाकी दूसरे खाद्य पदार्थों में यह पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। सेलेनियम और विटामिन ई मुख्य रूप से सी फूड में पाया जाता है। इतना ही नहीं प्रोटीन की उच्च मात्रा समुद्र में पाए जाने वाले इन खाद्य पदार्थों में होती है।
विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन डी, सेलेनियम, जिंक, आयोडीन और आयरन की भरपूर मात्रा इसमें होती है। ओमेगा 3 फैटी एसिड शरीर में एजिंग का प्रभाव कम करने में बहुत लाभकारी होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा मछली में पाई जाती है।
हेल्दी होता है सी फूड
सेहत के लिए टूना फिश, आर्कटिक चार, स्ट्रिपड बास, सर्दिनेस, पर्च, कॉड, अलास्कन सालमन ये सभी मछलियां फायदेमंद होती हैं।
फास्फोरस, नियासिन, विटामिन B 12 की भरपूर मात्रा कॉड फिश में होती है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा अलास्कन सालमन में पाई जाती है। इससे बढ़ती उम्र का प्रभाव भी कम होता है।