कहते हैं जाको राखै साईयां मार सके न कोई। इस कहावत का जीता जागता नमूना हाल ही में चंडीगढ़ में देखने को मिला है। जहां पर दो युवकों ने बिना अपनी जान की परवाह किए बिना एक डूबती हुई महिला की जान बचाई है। ऐसा बताया जा रहा है कि महिला मानसिक तौर से पीडि़त हैं। अब पुलिस इन दोनों युवकों के इस साहसिक काम के लिए उनकी सराहना कर रही हैं।
ऐसा बताया जा रहा है कि राकेश राणा और हेम ठाकुर नाम के दो युवक रोजाना की सैर करने के लिए चंडीगढ़ के धनासा झील जाते हैं। दोनों वहां पर व्यायाम कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें झील पर एक महिला को डूबते हुए देखा। दोनों युवकों तुरंत महिला की जान बचाने के लिए भागे। क्योंकि झील में दलदल काफी ज्यादा गहरा था। इसलिए उन्होंने फौरन झील में उतरने का निर्णय लिया।
राकेश झाडिय़ों के सहारे झील में उतर रहे थे। इस दौरान हेम ठाकुर ने उन्हें सहारा दिया। इस बीच झीलके पास में मौजूद वन विभाग के एक माली ने भी उनकी मदद करी। वो पास से ही बड़ा बांस का टुकडा लेकर आया। राकेश ने डंडा महिला की ओर फेंका। पीडि़ता ने तुरंत उस बांस को पकड़ा।
अब धीरे-धीरे महिला को दलदल से बाहर निकाला। इस दौरान मौके पर वहां पुलिस भी पहुंची। वहां पर पुलिस कर्मचारियों ने दोनों युवकों के इस साहसिक काम के लिए उनकी सराहना की। बता दें हिमाचल के रहने वाले ये दोनों युवक चंडीगढ़ में प्राइवेट नौकरी करते हैं।