आज भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का आखिरी मुकबला खत्म हुआ। जहाँ भारतीय टीम ने शानदार जीत हासिल की और इस जीत के हीरो रहे रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने शुरुआती विकेट गिर जाने के बाद श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर 71 रन की साझेदारी की और भारत को जीत दिलाई। अश्विन ने 9 नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए 42 की पारी खेली। जिसमें 4 चौके और 1 छक्का लगाया।
एक समय पर ऐसा लग रहा था की भारतीय टीम इस मैच को हार जाएगी, क्यूंकि मेहंदी हसन मिराज और शाकिब ने भारतीय बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ दी थी। 145 रन का पीछा करते हुए भारतीय टीम के 74 रन पर 7 विकेट गिर चुके थे और लग रहा था यह मैच भारत के हाथ से निकल जाएगा। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में एक ऑलराउंडर के रूप में अपना लोहा मनवा चुके अश्विन ने श्रेयस अय्यर का अच्छा साथ देते हुए 105 गेंदों पर 71 रन जोड़े। जिसमें मेहंदी के एक ओवर में अश्विन ने 16 रन भी कुटे। भारत को जीत के लिए 16 रन की जरुरत थी और अश्विन ने,47वां ओवर डालने आये मेहंदी के ओवर में 6, 2,0,0 और फिर आखिरी दो गेंदों पर लगातार चौके लगाकर भारत को मैच जीता दिया।
इसी के साथ अश्विन ने एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। अश्विन ने इस टेस्ट में बल्ले से कमाल करते हुए टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पुरे कर लिए है और वो दुनिया के 6ठे खिलाड़ी बन गए है टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन और 400 से ज्यादा विकेट लेने वाले। आश्विन से पहले यह कारनामा भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी कपिल देव, शेन वॉर्न, स्टुअर्ट ब्रॉड, शॉन पोलक और रिचर्ड हेडली कर चुके है। वहीँ अश्विन रिचर्ड हेडली के बाद इस रिकॉर्ड तक पहुंचने वाले वाले दूसरे सबस तेज़ खिलाड़ी है। अश्विन ने उपलब्धि 88 टेस्ट मैचों में हासिल की है, जबकि हेडली ने यह रिकॉर्ड 86 टेस्ट मैचों में अपने नाम किया था। इसके अलावा अश्विन एक विकेट और लेते ही टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट और 3000 से ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन जाएंगे। अश्विन से पहले ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न और इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड यह कारनामा कर चुके है।