पूर्व हॉकी खिलाड़ी दीपिका ठाकुर का मानना है कि अच्छा खेल दिखाने की प्रतिबद्धता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार मैच खेलने से भारतीय महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है और वह अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों में शीर्ष चार में जगह बना सकती है। भारतीय महिला हॉकी ने पिछले कुछ वर्षो में शीर्ष टूर्नामेंटों में अच्छे परिणाम हासिल किए है। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता और लगातार दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
दीपिका ने कहा, महिला टीम यह साबित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि वह भी पुरुष टीम की तरह टूर्नामेंट जीत सकती है। हमने 2017 में एशिया कप जीता, लंदन में विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी और एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया। उन्होंने कहा, ये सभी बहुत अच्छे परिणाम हैं। यह कोचिंग स्टाफ और महासंघ के सामूहिक प्रयास से ही संभव हो पाया। हॉकी इंडिया ने यह सुनिश्चित किया कि महिला हॉकी टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक मैच खेलने को मिलें तथा एसीटीसी (अभ्यास और प्रतियोगिता के लिये वार्षिक कैलेंडर) टीम के लिये महत्वपूर्ण साबित हुआ।
रियो ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा रही दीपिका ने 2016 में एशियाई चैंपियंस ट्राफी को जीतने में अहम योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं बहाल होने पर भारतीय टीम अच्छी वापसी कर सकती है। मेरा पक्का विश्वास है कि टीम वापसी कर सकती है। टीम पिछले साल लगातार दो टूर्नामेंट जीतकर शानदार लय में है और टीम ने इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड में भी अच्छा प्रदर्शन किया। टीम शीर्ष स्तर पर सफलता की भूखी है और इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि प्रतियोगिताएं शुरू होंगी तो वह वापसी करेगी। टीम टोक्यो ओलंपिक में शीर्ष चार में जगह बनाने का माद्दा रखती है।