भारतीय खिलाड़ी भले ही इस साल जुलाई-अगस्त में होने वालेParis Olympic की तैयारियों में जुटे हों, लेकिन भारत सरकार ने 2036 Olympics की मेजबानी करने की तैयारियां शुरू कर दी है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत 2030 में यूथ olympic और 2036 में होने वाले Paris Olympic खेलों की मेजबानी करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा.
भारत ने पहले कभी भी ओलंपिक खेलों की मेजबानी नहीं की है. गुजरात में चार संभावित स्थलों की पहचान की गई है. हालांकि, पीएम मोदी ने पिछले अक्तूबर में IOC सत्र में अपने संबोधन के दौरान किसी उम्मीदवार शहर का उल्लेख नहीं किया था. भारत ने पिछली बार 2010 में नई दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी. भारत ने 2017 में अंडर-17 फीफा विश्व कप की भी मेजबानी की, लेकिन ओलंपिक खेलों जैसे आयोजन की मेजबानी के लिए कई हितधारकों के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता होगी.
अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
अनुराग ठाकुर ने एक कार्यक्रम में कहा कि जिस पल इसके लिए बोली शुरू होगी, भारत ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा. उन्होंने कहा, हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति हैं और हम उन देशों में हैं जहां युवाओं की ताकत काफी है. खेल के लिए भारत से बड़ा बाजार और कोई नहीं है. भारत 2030 यूथ ओलंपिक और 2026 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी करने के लिए तैयार है.
अभी हमें काफी आगे जाना है: खेल मंत्री
खेल मंत्री ने यह भी कहा, "प्रयास हमें करना चाहिए बेहतर सुविधाएं और संसाधन देने का और खिलाड़ियों को खेलने पर पूरी ताकत लगानी चाहिए. टॉप्स योजना से खिलाड़ियों को बोर्डिंग, लॉजिंग, ट्रेनिंग और साथ में जेब खर्च के लिए छह लाख रुपये अलग से मिलता है. जो खेलों इंडिया एथलीट हैं उनको भी छह लाख 20 हजार रुपये अलग से मिलता है. इससे उनके परिवार को कोई खर्चा नहीं उठाना पड़े और खिलाड़ी आगे बढ़ें. इससे भारत के खिलाड़ियों ने देश और विदेशों में जाकर ट्रेनिंग ली. इसी से तो एशियन और पैरा एशियन गेम्स में भारत ने कुल मिलाकर 218 पदक जीते थे. मैं तो यही कहूंगा कि यह सिर्फ शुरुआत है.अभी हमें काफी आगे जाना है.
'विदेशी प्रशंसकों ने की थी धर्मशाला स्टेडियम की तारीफ'
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच को देखने के लिए इंग्लैंड से चार हजार से ज्यादा विदेशी प्रशंसक आए थे और उन्होंने यहां मौजूद इस खूबसूरत स्टेडियम की सराहना की थी.
कब होता है मेजबान का चयन?
ओलंपिक बोली चुनने के लिए कोई निश्चित चुनाव चक्र नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को प्रत्येक संभावित मेजबान की प्राकृतिक गति के अनुकूल होने, ओलंपिक खेलों के लिए सही समय पर सही परियोजना और भागीदार लाने और ओलंपिक आंदोलन के लिए रणनीतिक लाभ सुनिश्चित करने में सक्षम बनाता है. समय वैश्विक घटनाओं सहित कई कारकों पर निर्भर करता है.
पेरिस के बाद लॉस एंजिल्स और ब्रिसबेन में होंगे ओलंपिक
इस साल जुलाई-अगस्त में ओलंपिक का आयोजन फ्रांस के पेरिस शहर में आयोजित होगा. इसके लिए वहां तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इसके बाद इन खेलों की मेजबानी 2028 में लॉस एंजिल्स और 2032 में ब्रिसबेन को करनी है.