इंग्लैंड के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के अगले दो मैच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होने हैं। इसके लिए दोनों टीमें अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में पहला मैच देखने के लिए क्रिकेटरों से लेकर प्रशंसक तक सभी उत्साहित हैं। मोटेरा कई रिकॉर्ड्स का गवाह रहा है। यहां सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट करियर की पहली डबल सेंचुरी लगाई थी।वहीं, सुनील गावस्कर ने इस ग्राउंड पर टेस्ट में 10 हजार रन पूरे किए थे। इसी सिलसिले में हम मोटेरा स्टेडियम में बने उन रिकॉर्ड्स के बारे में बता रहे हैं, जो भारत के क्रिकेट इतिहास में अमर हो गए।
मोटेरा में पहला मैजिकल क्रिकेटिंग मोमेंट भारत के पहले सुपरस्टार बैट्समैन सुनील गावस्कर के नाम पर है। लिटिल मास्टर ने 7 मार्च 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ 58 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे किए थे। गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बने थे।
श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट में कपिल देव की गेंद पर हशन तिलकरत्ने ने लंबा शॉट खेलना चाहा, लेकिन बॉल सीधे संजय मांजरेकर के हाथों में समा गई। इसी विकेट के साथ कपिल देव 8 फरवरी, 1994 को टेस्ट क्रिकेट में उस समय के सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए थे। यह उनका 432वां टेस्ट विकेट था और उन्होंने न्यूजीलैंड के महान बॉलर रिचर्ड हेडली का रिकॉर्ड तोड़ा था।
दुनिया में 200 टेस्ट मैच खेलने वाले इकलौते बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन के लिए भी मोटेरा यादगार स्टेडियम है। सचिन ने 30 अक्टूबर 1999 को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन पहली बार 200 रन का आंकड़ा पार किया था। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा था।
सचिन तेंदुलकर ने नवंबर, 2009 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान मोटेरा में ही 30 हजार रन बनाने का मुकाम हासिल किया। श्रृंखला के पहले टेस्ट के अंतिम दिन के 44वें ओवर में तेंदुलकर ने चनाका वेलेगेदरा की इन स्विंग बॉल पर डीप स्क्वेयर लेग पर सिंगल रन लेकर यह रिकॉर्ड बनाया था। यह मैच भी ड्रॉ रहा था।
2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत में आयोजित हुआ था। इसलिए पूरे देश को टीम से काफी उम्मीदें थीं। क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से हुआ था और ऑस्ट्रेलिया वही टीम थी, जो लगातार 3 वर्ल्ड कप जीत चुकी थी।इस मैच में युवराज सिंह (57*), सचिन तेंदुलकर (53) और गौतम गंभीर (50 ) ने रन चेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। फिफ्टी बनाने के अलावा युवराज ने 2 विकेट भी लिए थे। इस ऑलराउंड प्रदर्शन के चलते उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। एक इंटरव्यू के दौरान युवराज ने इस मैच को अपना यादगार पल बताया था।