फिनलैंड में चल रहे वर्ल्ड मास्टर एथलीट चैंपियनशिप में हर उम्र के खिलाड़ी को खेलने का मौका दिया जाता है. इस चैंपियनशिप में 35 से 90 वर्ष के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं. 2022 के इस चैंपियनशिप के आयोजन में भारत की 94 साल की भगवानी देवी ने 100 मीटर स्प्रिंट इवेंट मात्र 24.74 सेकेंड में पूरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर ली और साथ-ही साथ अपने देश का नाम रोशन भी की. भगवानी देवी ने 94 साल की उम्र में जो यह कीर्तिमान रचा है वो देश के लिए एक मोटिवेशन है. वो इस चैंपियनशिप में ना सिर्फ गोल्ड मेडल जीती बल्कि शॉटपुट में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल भी अपने नाम किया.
डिपार्टमेंट ऑफ स्पोर्ट्स ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत की 94 साल की भगवानी देवी जी ने एक बार फिर से प्रूफ कर दिया कि उम्र कोई बाधा नहीं होती. उन्होंने स्प्रिंट इवेंट में 100 मीटर में गोल्ड और शॉटपुट में ब्रॉन्ज मेडल जीता, सचमुच सराहनीय प्रयास.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ल्ड मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 1975 में पहली बार कराया गया था और इसमें 35 वर्ष से ऊपर उम्र वाले पार्टिसिपेट कर सकते हैं. इस चैंपियनशिप में पहले 5 ऐज ग्रुप को शामिल किया जाता था पर अब इसमें तबदिलि कर दी गई है और अब 12 ऐज ग्रुप के एथलीट को मौका दिया जाता है. फिनलैंड के टाम्परे में भगवानी देवी ने उम्र को पीछे छोड़ कर इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज करा लिया.