भारतीय क्रिकेट इतिहास के सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली दोनों सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। क्रिकेट में दोनों ने अपने नाम कई महान रिकॉर्ड बनाए हुए हैं। विश्व कप इतिहास में सचिन और विराट के बीच समानताएं हैं जिनके बारे में हम आपको बताएंगे। इन दोनों खिलाडिय़ों के बीच में 4 समानताएं हैं।
विश्व कप में अपना पहला मैन ऑफ द मैच दोनों ने पाकिस्तान के खिलाफ जीता है
विश्व कप में पहला मैन ऑफ द मैच सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ जीता है। 1992 में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 54 रन और 1 विकेट लिया था। जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला था।
वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने विश्व कप 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 126 गेंदों में 107 रनों की शतकीय पारी खेली थी जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला था।
विश्व कप में पहले मैच से दोनों के 12 अर्धशतक हैं
विश्व कप 1992 सचिन तेंदुलकर ने पहला विश्व कप खेला था। सचिन ने इस विश्व कप में पहला मैच खेलने से पहले ही इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट में 12 अर्धशतक बना दिए थे।
वहीं विराट कोहली ने अपना विश्व कप 2011 में पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। उससे पहले विराट ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 12 अर्धशतक लगा दिए थे। इस रिकॉर्ड में दोनों बराबरी पर हैं।
दोनों के शुरूआती दोनों विश्व कप में 2 शतक हैं
शुरूआती दोनों विश्व कप में सचिन और कोहली दोनों ने 2 शतक बनाए हुए हैं। 1992 विश्व कप में सचिन तेंदुलकर एक भी मैच में शतकीय पारी नहीं खेली थी। लेकिन विश्व कप 1996 में सचिन ने दो शतक लगा दिए थे।
वहीं विराट कोहली की बात करें तो उन्होंने विश्व कप 2011 और विश्व कप 2015 में एक-एक शतक जड़ा था। ऐसे देखा जाए तो विराट कोहली ने सचिन की ही तरह अपने शुरूआत दोनों विश्व कप में दो शतक लगाए हैं।
पहले शतक में दोनों नाबाद रहे
पहले शतक में सचिन और विराट दोनों ने नाबाद पारी खेली थी। विश्व कप 1996 में सचिन तेंदुलकर ने केन्या के खिलाफ अपना पहला शतक जड़ा था। इस मैच में सचिन ने 127 रन 138 गेंदों पर बनाए थे। सचिन ने अपनी इस शतकीय पारी में 15 चौके और 1 छक्का जड़ा था।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ 100 रन 83 गेंदों में बनाए थे। इस मैच में विराट कोहली ने 8 चौके और 2 छक्के जड़ थे और नाबाद रहे थे।