आईसीसी विश्व कप 2011 में भारत को चैंपियन बनाने में विस्फोटक खिलाड़ी युवराज सिंह ने अहम योगदान दिया था। विश्व कप 2019 को शुरू होने में 3 दिन ही रह गए हैं। इसी बीच भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए हैं।
आईसीसी विश्व कप 2019 इंग्लैंड और वेल्स में 30 मई से शुरू होना है। युवराज ने कहा है कि विश्व कप 2019 के फाइनल में भारत और इंग्लैंड पहुंचेगा। आगामी विश्व कप में भारतीय टीम अपना पहला मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ 5 जून को केनिंगटन ओवल में खेलेगी।
युवराज सिंह से हाल ही में एक इंटरव्यू में पूछा गया कि भारत की संभावनाओं को आप किस तरह से देखते हैं? इसका जवाब युवराज ने देते हुए कहा, अब यह यह गेम बिल्कुल अलग हो गया है। मैच के दौरान सर्कल में पांच फील्डर्स होते हैं। पहले के समय में सिर्फ 4 ही होते थे। उस समय मैच में टीम 260,270 और 280 तक के स्कोर प्रतिस्पर्धा के रूप में माने जाते थे।
लेकिन आजकल की गेम में प्रतिस्पर्धा के तौर पर 300 से ज्यादा का ही स्कोर बनता है। उस एक फील्डर की वजह से ऐसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि, भारतीय टीम के पास अभी भी वह यूनिट है जिससे वह किसी भी चीज का अच्छे से पीछा कर सकते हैं। पिछले दो से तीन सालों में भारतीय टीम ने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है।
ये दोनों टीमें जाएंगी विश्व कप के फाइनल में
युवराज सिंह ने आगे बात करते हुए कहा, मुझे ऐसा लगता है कि आगामी विश्व कप में फाइनल में जगह बनाने का भारत और इंग्लैंड के पास बहुत बढिय़ा मौका है। इन दोनों टीमों के अलावा फाइनल में ऑस्ट्रेलिया भी जगह बना सकता है। ऑस्ट्रेलिया टीम में जब से डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ की वापसी हुई है तब से वह भी मजबूत दावेदार बन गए हैं।
इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के पास गेंदबाजी अटैक भी बहुत अच्छा है। अंतिम चार में इन तीनों टीमों के पहुंचने की बहुत ज्यादा संभावना है। भारतीय टीम के एक्स-फैक्टर के बारे में जब युवराज सिंह से पूछा गया तो उन्होंने इस पर खुलकर बात की।
भारतीय टीम का यह खिलाड़ी एक्स-फैक्टर बनेगा
युवराज ने इस पर बात करते हुए आगे कहा, मुझेलगता है कि भारतीय टीम की तरफ से हार्दिक पांड्या इस विश्व कप में एक्स-फैक्टर बन सकते हैं। इस समय हार्दिक बहुत अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं और बल्लेबाजी भी अच्छी कर रहे हैं। इसके साथ ही हार्दिक गेंद के साथ भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
अगर आप इंग्लैंड की पिचों में दो तेज गेंदबाज और दो स्पिनर के साथ मैदान पर उतरते हैं तो आपके पास तीसरे स्पिनर के रूप में हार्दिक पांड्या होंगे। ऐसे में टीम को सही संतुलन मिलेगा। ऐसा ही कुछ संतुलन भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में मिला था।
उस समय हमारे पास आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ दो गेंदबाज खेल रहे थे और पांचवे के रूप में हार्दिक थे। लेकिन अपने आपको टी20 से 50 ओवरों के लिए अनुकूल बनाना यह खिलाड़ी पर होता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम उसका कैसे उपयोग करते हैं।