भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा कि उनकी अंतररात्मा की आवाज है कि वह एक दिवसीय प्रारूप में राष्ट्रीय टीम में वापसी करेंगे। रहाणे ने आखिरी बाद इस प्रारूप में रवरी 2018 में खेला था। बत्तीस साल के इस बल्लेबाज ने कहा कि वह तीनों प्रारूपों को खेलने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर रहे है। रहाणे ने एक टीवी कार्यक्रम में पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता से बातचीत में कहा, ‘‘मैं वनडे क्रिकेट में किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूं, चाहे सलामी बल्लेबाजी हो या नंबर चार पर। मेरी अंतरआत्मा ऐसा कह रही है, मैं एक दिवसीय क्रिकेट में वापसी करना चाहता हूं।’’
रहाणे कहा, ‘‘लेकिन मुझे मौका कब मिलेगा इस बारे में नहीं पता है। यह सब अपने आप में सकारात्मक रहने और अपनी क्षमता को जानने के बारे में है।’’ टीम में कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए हालांकि रहाणे के लिए वापसी करना आसान नहीं होगा। उन्हें नंबर चार पर बल्लेबाजी करने में परेशानी नहीं होगी लेकिन मुंबई के उनके साथ बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने इस जगह पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
टीम में सलामी बल्लेबाज के तौर पर पहले से ही रोहित शर्मा और शिखर धवन की जगह पक्की है। रहाणे से पूछा गया कि एकदिवसीय में वह किस क्रम पर बल्लेबाजी करना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पारी शुरू करने का लुत्फ उठाया है, लेकिन चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने में भी मुझे कोई परेशानी नही है। मैंने दोनों स्थान पर बल्लेबाजी को लेकर सहज हूं।’’
देश के लिए 90 एक दिवसीय खेलने वाले रहाणे ने कहा, ‘‘कुछ समय तक नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के बाद फिर से अचानक पारी शुरू करना और उससे सामांजस्य बैठाना बहुत कठिन है, जो मैंने किया था। यह कहना कठिन है कि मुझे कौन सा स्थान पसंद है। मैं दोनों में अच्छा कर सकता हूं।’’
टेस्ट टीम के उपकप्तान रहने से भारतीय टी20 टीम में वापसी पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं टी20 क्रिकेट में किसी का अनुसरण नहीं करता हूं। मैं अंदर से बाहर की तरफ शॉट खेलना पसंद करता हूं। चार साल पहले अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले रहाणे ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप अपने शॉट्स के बारे में सुनिश्चित हैं, तो आपको उसे खेलना चाहिए। अगर मैं 18वें ओवर में खेल रहा हूं तो मेरा लक्ष्य होगा कि मैं अपनी स्ट्राइक रेट को 150-160 तक कैसे पहुंचा सकता हूं।’’