इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया की ओर से अक्षर पटेल को डेब्यू करने का मौका मिला। भारतीय टीम 89 साल से टेस्ट क्रिकेट खेल रही है और अक्षर देश के 302वें टेस्ट क्रिकेटर बने हैं। 2021 में टेस्ट डेब्यू करने वाले वे चौथे भारतीय हैं। इस साल उनसे पहले वॉशिंगटन सुंदर, टी नटराजन और नवदीप सैनी डेब्यू कर चुके हैं।भारत की ओर से अब तक जिन 302 क्रिकेटरों ने टेस्ट मैच खेला है, उनमें से 150 अधिकतम 6 टेस्ट मैच खेल सके हैं। ऐसे क्रिकेटर जिनका करियर 6 मैचों के बाद समाप्त हो गया उनमें टीम इंडिया के मौजूदा बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़, मीडियम पेसर प्रवीण कुमार और विकेटकीपर बल्लेबाज अजय रात्रा भी शामिल हैं। पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर जैसे युवा खिलाड़ियों ने भी अभी 6 से कम टेस्ट खेले हैं, लेकिन इन्हें अभी और मौका मिलना लगभग तय है।
अब तक 51 ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं, जो सिर्फ 1 टेस्ट मैच खेल पाए हैं। इनमें कुछ युवा खिलाड़ी भी शामिल हैं, जिन्हें आगे मौका मिल सकता है। जयदेव उनादकट और आर विनय कुमार जैसे पेस बॉलर्स अब भी एक्टिव हैं, लेकिन टेस्ट टीम में इन्हें दोबारा मौका मिल पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है। एक टेस्ट के बाद बाहर हो जाने वाले नामी खिलाड़ियों में सबा करीम भी शामिल हैं। अनिल कुंबले की गेंद आंख पर लगने के कारण सबा का करियर समाप्त हो गया था।भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा 27 खिलाड़ियों ने सुनील गावसकर की कप्तानी में डेब्यू किया है। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में 26 और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 25 खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है।
भारत की ओर से अब तक सिर्फ 10 क्रिकेटर ही 100 या इससे अधिक टेस्ट मैच खेल पाए हैं। 200 टेस्ट मैचों के साथ सचिन तेंदुलकर पहले स्थान पर हैं। राहुल द्रविड़ ने 163 और वीवीएस लक्ष्मण ने 134 टेस्ट मैच खेले हैं।टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से 302 खिलाड़ियों ने मिलकर 2 लाख, 60 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं और 7887 विकेट लिए हैं। रन बनाने के मामले में भारतीयों से आगे सिर्फ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज हैं। वहीं, विकेट लेने के मामले में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के गेंदबाज अभी भारतीयों से आगे हैं। इंग्लैंड की ओर से अब तक 696, ऑस्ट्रेलिया के लिए 460 और वेस्टइंडीज के लिए 325 खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं।