भारतीय टीम को आगामी टी 20 विश्व कप से पहले झटका पर झटका लगता जा रहा है. पहले एशिया कप में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मुकाबले में हार झेलनी पड़ी और इस सब का जड़ कहीं ना कहीं भारत की गेंदबाजी लाइन-अप हैं.
भारत की बल्लेबाजी लाइन काफी अच्छी है और हर मुकाबले में कोई ना कोई खिलाड़ी बढ़िया प्रदर्शन कर दे रहा है. पर गेंदबाजी में यही एक डिमेरिट है कि किसी एक गेंदबाज के चलने से टीम जीत नहीं सकती, उसमें सभी गेंदबाजों को अपना कॉन्ट्रीब्यूशन देना होगा. वरना अगर कोई एक गेंदबाज अच्छा करता है और उसके अलावा अन्य गेंदबाज महंगा साबित हो जाता है तो फिर मैच जीतना मुश्किल हो जाता है.
तो भारत के इतने मुसीबत के बाद जो फिर से एक मुसीबत खड़ी हो गई है, वो मोहम्मद शमी को लेकर हैं. दरअसल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैच के सीरीज से पहले मोहम्मद शमी कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसकी वजह से उनके जगह पर टीम में उमेश यादव को वापस लाया गया था, जोकि लगभग 3 साल बाद टी20 भारतीय टीम में वापसी कर रहें हैं. मोहम्मद शमी को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है कि उनके शरीर का दर्द अभी तक कम नहीं हुआ है, वो बरकरार है, जिसकी वजह से शायद वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी नहीं खेल पाएंगे.
विश्व कप से पहले कहीं ना कहीं भारतीय टीम के लिए ये बुरी खबर है. क्योंकि भले ही वो विश्व कप टीम के स्क्वाड में न हो पर स्टैंड बाय में है और भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया भी जाने वाले हैं. वहीं अगर भारतीय टीम के स्क्वाड से किसी गेंदबाज को चोट लग जाए या किसी कारणवस टीम से निकलना पड़े, तो मोहम्मद शमी को टीम में शामिल करना भारतीय टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद होगी. रिपोर्ट आई है कि मोहम्मद शमी का दर्द बरकरार है और उनका जो कोरोना टेस्ट गुरुवार यानी बीते हुए कल को होना था, उसे टाल दिया गया है और सोमवार को शिफ्ट कर दिया गया है.
मोहम्मद शमी का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले सीरीज में टीम में लौटना काफी आवश्यक है क्योंकि पहले गेंदबाजों के फ्लॉप होने के बाद ही उन्हें टीम में वापस बुलाया गया है. वहीं साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनका प्रदर्शन कहीं ना कहीं भारतीय टीम के लिए जरुरी है.