एशियाई खेलों की चैम्पियन ज्योति सुरेखा वेन्नम ने शानदार प्रदर्शन के बूते शनिवार को यहां शंघाई में चल रहे Archery World Cup के पहले चरण में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक बनाकर भारतीय दबदबे की अगुआई की जिसमें कंपाउंड तीरंदाजों ने पांच पदक जीते।
HIGHLIGHTS
दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी ज्योति ने सत्र के शुरूआती वैश्विक टूर्नामेंट में मेक्सिकों की शीर्ष वरीय आंद्रिया बेसेरा को शूट-ऑफ में 146=146 (9*-9) से हराकर यह उपलब्धि हासिल की जिससे वह तीन बार की ओलंपियन दीपिका कुमारी के बाद एक विश्व कप में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बनीं।
पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका ने जून 2021 में पेरिस विश्व कप के तीसरे चरण में यह कारनामा किया था।
ज्योति ने इस तरह पिछले साल हांगझोऊ एशियाड की उपलब्धि की बराबरी की जिसमें विजयवाड़ा की 27 वर्षीय तीरंदाज ने व्यक्तिगत, महिला टीम और मिश्रित टीम स्पर्धाओं में जीत हासिल करते हुए स्वर्ण पदक की हैट्रिक लगाई थी।
युवा प्रियांश ने पुरुष व्यक्तिगत वर्ग में रजत के रूप में अपना पहला विश्व कप पदक जीता। अपने दूसरे विश्व कप में 21 वर्षीय तीरंदाज ने 2021 के विश्व चैंपियन निको वीनर से हारकर दूसरा स्थान हासिल किया। आस्ट्रिया के 27 साल के तीरंदाज ने 150 में से 150 अंक हासिल कर बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया और प्रियांश को तीन अंक से हरा दिया।
सुबह के सत्र में भारत ने गैर-ओलंपिक कंपाउंड तीरंदाजी में अपना दबदबा बनाते हुए टीम स्पर्धाओं में क्लीन स्वीप करते हुए स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगायी तथा पुरुष टीम, महिला टीम और मिश्रित टीम स्पर्धा जीतीं। इनमें से दो में ज्योति टीम का हिस्सा रहीं।
ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति स्वामी और परनीत कौर की तिकड़ी ने महिला कंपाउंड टीम स्पर्धा ने इटली को 236 . 225 से हराया । भारतीय तिकड़ी ने 24 तीरों में सिर्फ चार अंक गंवाये और छठी वरीयता प्राप्त इटली को बड़े अंतर से हराकर स्वर्ण पदक से खाता खोला।
पुरूष टीम में अभिषेक वर्मा, प्रियांश और प्रथमेश एफ ने नीदरलैंड को 238 . 231 से मात दी । नीदरलैंड की टीम में माइक शोलेसर, सिल पीटर और स्टेफ विलेम्स थे ।
इसके बाद भारत की मिश्रित टीम ने कंपाउंड वर्ग में तीसरा स्वर्ण पदक जीतकर क्लीन स्वीप किया। दूसरी वरीयता प्राप्त ज्योति और अभिषेक की जोड़ी ने एस्तोनिया की लिसेल जात्मा और रोबिन जात्मा की मिश्रित जोड़ी को रोमांचक मुकाबले में 158-157 से मात दी।
मौजूदा एशियाई खेलों की चैम्पियन ज्योति के लिए यह दोहरा स्वर्ण पदक था। वह व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक की दौड़ में है और दिन के अंत में अपना सेमीफाइनल खेलेगी।
शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला कंपाउंड टीम ने दिन के पहले मैच में 24 तीरों से केवल चार अंक गंवाए और छठी वरीयता प्राप्त इटली को हरा दिया।
छह छह तीरों के पहले सेट में भारतीय टीम ने सिर्फ दो बार परफेक्ट 10 नहीं बनाया और मार्सेला तोनिओली, इरेने फ्रांचिनी और एलिसा रोनेर की इतालवी टीम पर 178-171 से बढत बना ली ।
चौथी वरीयता प्राप्त पुरूष टीम ने 60 स्कोर करके परफेक्ट शुरूआत की और अगले दो सेट में दो ही अंक गंवाये । इसके बाद फाइनल सेट में परफेक्ट 60 स्कोर करके जीत दर्ज की ।
कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में ज्योति और अभिषेक ने 40 के स्कोर से परफेक्ट शुरूआत कर तीन अंक की बढ़त बनायी। भारतीय जोड़ी 119-117 की बढ़त बनाये थी और उसे अंत में 40 में से 39 अंक की जरूरत थी और उन्होंने ऐसा करके देश को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
दोपहर के सत्र में ज्योति व्यक्तिगत चैम्पियन बनीं। भारतीय तीरंदाज को पहले तीन प्रयास में परफेक्ट स्कोर के लिए संघर्ष करना पड़ा और आंद्रिया ने 88-87 की बढ़त बना ली।
लेकिन ज्योति चौथे राउंड में परफेक्ट स्कोर बनाने में सफल रही। पांचवें राउंड में आंद्रिया दबाव में आकर दो अंक गंवा बैठी। वहीं ज्योति ने 29 का स्कोर बनाकर स्कोर 146 ऑल कर दिया, जिसके लिए शूट-ऑफ करना पड़ा।
दोनों ने शूट ऑफ में नौ ऑल शॉट लगाये लेकिन ज्योति का तीर इनर रिंग के करीब था जिससे उन्होंने अपना तीसरा स्वर्ण पदक जीत लिया।
रिकर्व वर्ग में पदक राउंड रविवार को होंगे और भारत की निगाहें ओलंपिक वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने पर लगी होंगी।
भारतीय पुरुष टीम स्वर्ण पदक मुकाबले में ओलंपिक चैम्पियन दक्षिण कोरिया से भिड़ेगी।
दीपिका कुमारी व्यक्तिगत पदक की दौड़ में हैं और महिला रिकर्व वर्ग में दक्षिण कोरियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना सेमीफाइनल खेलेंगी।