इंग्लैंड की टीम को कुछ दिनों पहले तक टेस्ट क्रिकेट की बादशाहत हासिल थी। लेकिन, ताजा हालत कुछ और ही है। ऑस्ट्रेलिया में चल रही एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों के सामने इंग्लिश बल्लेबाजों की बत्ती गुल है। तो वहीं उनके गेंदबाज भी विकेट चटकाने का हुनर भूल चुके हैं। उनकी लाचारी इस मौजूद एशेज सीरीज में तीसरी बार देखने को मिली है। हालत ऐसी है कि सीरीज में उनकी हार का तमाशा देखने के लिए होबार्ट में होने वाले चौथे टेस्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि मेलबर्न में ही वो दिखाई दे सकता है.
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने एक बार फिर से इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस नहस कर डाला। मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड का सिर्फ 185 रन पर सिमटना इंग्लैंड की लाचारी और बर्बादी का सबूत है। ऐसा ही कुछ नजारा ब्रिसबेन और एडिलेड में भी दिखा था लेकिन शायद इंग्लिश बल्लेबाज़ों से उससे कुछ सीखा नहीं। और अभी भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खुद पर हावी होने का मौका देकर घुटने टेक रहे हैं। इस एशेज सीरीज की अब तक खेली 5 पारियों में ऐसा तीसरी बार देखने को मिला है जब इंग्लैंड की टीम 200 रन भी नहीं बना सकी है।
पूरी सीरीज में अभी तक बस जो रूट और मलान ही दो ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने थोड़े रन बनाए हैं। बाकियों का खेल देख तो लगता है कि वो ऑस्ट्रेलिया सिर्फ घूमने गए हैं, एशेज जीतने या उसमें ऑस्ट्रेलिया को टक्कर देने नहीं। खैर इंग्लैंड की इस खस्ता हालत का फायदा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को भरपूर हो रहा है, ऑस्ट्रेलिया के 3 गेंदबाजों ने सीरीज में अब तक विकेट के मामले में दहाई का आंकड़ा छू लिया है। इनमें नाथन लियॉन ने 12 , मिचेल स्टार्क ने 11 और कप्तान पैट कमिंस ने 10 विकेट लिए हैं. वहीं इंग्लैंड के किसी गेंदबाज के नाम ऐसी उपलब्धि नहीं है। इससे साफ है कि इंग्लिश टीम की सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं बल्कि गेंदबाजी में भी झोल है।