ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यूजीलैंड टीम टेस्ट सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच में अपना सम्मान बचाने के लिए मैदान पर उतरेगी। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग के धुंए से खिलाड़ियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
न्यू साउथ वेल्स के जंगल में आग लगी है जिसका असर मैदान पर मैच के दौरान देखने को मिल सकता है। दरअसल जंगल में आग लगने की वजह से तापमान और धुआं बढ़ने की खतरा बन गया है।
धुएं का मुद्दा क्रिकेट अधिकारियों के लिए बहुत बड़ा है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, राज्य सरकारों और ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्थान के वायु गुणवत्ता संबंधित दिशानिर्देशों पर इस समय निर्भर है। फिल्हाल अभी सुरक्षित क्या है इस बात पर असंमजस चल रहा है। बता दें कि इस वजह से दृश्यता और हवा की गुणवत्ता को बेहतर प्रोटोकाल बनाने पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और खिलाडि़यों का संघ काम कर रहा है।
इस महीने कैनबरा में बिग बैश लीग मैच को जंगल की आग से निकलने वाले जहरीले धुंए की वजह से स्थगित कर दिया था। अंपायरों के फैसले पर इस समय यह निर्भर होगा कि खिलाड़ियों के खेलने के लिए यह परिस्थितियां सुरक्षित हैं या नहीं। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच में पर्थ और मेलबर्न में सीरीज के पहले दो मैच खेले गए जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने चार दिनों के अंदर ही न्यूजीलैंड को करारी मात दे दी थी।
न्यूजीलैंड सीरीज तो गंवा चुका है लेकिन अब यह सम्मान बचाने की कोशिश के लिए मैच खेलने होगा। मेलबर्न टेस्ट के बाद कोच गैरी स्टेड ने स्वीकार करते हुए कहा कि न्यूजीलैंड की टीम फिर से ऑस्ट्रेलिया के हाथों पिछे हो गई थी जिसकी वजह से वह मैच 247 रनों से हार गई। अब उन्हें हर संभव कोशिश करके तीसरे मैच से वापसी करनी होगी।
कोच गैरी स्टेड ने आगे कहा, हम कुछ विभागों में सुधार करना होगा और ऑस्ट्रेलिया को लंबे समय तक दबाव में रखना होगा। आगे स्टेड ने कहा, ऑस्ट्रेलिया के पास तीन गेंदबाज है, जो 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं और स्पिनर नाथन लियोन हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अभी ही 300 विकेट पूरे किए हैं। वहीं दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान टिम पेन ने साफ कहा है कि सीरीज जीतने के बाद भी उनकी टीम आराम करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है।