अपने डेब्यू टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले अक्षर पटेल ने बताया कि जब वो टीम से बाहर थे तो उन्होंने अपने प्रदर्शन को सुधारने पर काफी ज्यादा ध्यान दिया था। ऐसे में अक्षर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में डेब्यू किया था और अपने पहले ही टेस्ट मैच में उन्होंने पांच विकेट चटकाए थे। इसके अलावा उन्होंने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए बीते दिन तीसरे टेस्ट में अक्षर ने दोनों पारियों में मिलाकर 11 विकेट चटकाए हैं।
अक्षर ने हार्दिक पंड्या को बीसीसीआई टीवी के लिये इंटरव्यू में बताया,मैं तीन साल से टीम से बाहर हूं और अपने खेल के पहलुओं पर मेहनत करता रहा। मैने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी पर काफी मेहनत की। जब आप टीम से बाहर होते हैं तो दोस्त और दूसरे लोग बार बार पूछते हैं कि अच्छा प्रदर्शन करने पर भी टीम में क्यो नहीं हो। ये चीजें दिमाग में आती रहती हैं।
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— BCCI (@BCCI) February 26, 2021
अक्षर पटेल के लिये इंतजार काफी लंबा था और पिछले तीन साल से हर व्यक्ति उनसे बस एक ही सवाल पूछता था,तुम भारतीय टीम में क्यो नहीं हो ? पटेल को हालांकि पता था कि उनका समय आयेगा और वह कभी इससे विचलित नहीं हुए। उन्होंने कहा, यह सब आत्मविश्वास की बात है ।
इंग्लैंड के खिलाफ दिन रात के तीसरे टेस्ट में रिकॉर्ड 11 विकेट लेकर बायें हाथ के इस स्पिनर को वह बड़ा ब्रेक मिल गया जिसकी उन्हें सात साल से तलाश थी। उन्होंने सात साल पहले बांग्लादेश के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया था। उस दिन के बाद से टीम में वह स्थायी जगह नहीं बना सके क्योंकि स्पिन हरफनमौला के रूप में रविंद्र जडेजा की जगह पक्की थी। इस श्रृंखला में भी जडेजा के चोटिल होने के कारण उन्हें मौका मिला। वह 2018 से राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं और इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में दूसरे टेस्ट में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।
आगे उन्होंने कहा मैं खुद से यही कहता था कि मौके का इंतजार करो और जब भी मौका मिलेगा, मैं अपना शत प्रतिशत दूंगा। अक्षर 15 वर्ष की उम्र में स्कूल के एक दोस्त के कहने पर क्रिकेट में आये। उनकी दादी ने उनका पूरा साथ दिया लेकिन उनके भारतीय टीम में आने से पहले ही दादी का देहांत हो गया ।
उन्होंने कहा , मैं पूरा श्रेय अपने परिवार, दोस्तों और साथी खिलाड़ियों को दूंगा जिन्होंने कठिन समय में मेरा साथ दिया। यह पूछने पर कि क्या उन्हें टेस्ट क्रिकेट आसान लगा, अक्षर ने कहा ,मुझसे हर कोई यह सवाल पूछ रहा है । जब चीजें अनुकूल हो तो आसान लगता है लेकिन जब आप फुलटॉस चूक जाये तो पता चलता है कि यह कितना आसान है।
इंटरव्यू के आखिर में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी अक्षर के प्रदर्शन की गुजराती में तारीफ की। उन्होंने कहा, ऐ बापू तारी बोलिंग कमाल छे (बापू तुम्हारी गेंदबाजी शानदार है) ।
वहीं पांड्या ने अक्षर के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पर गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा,एक दोस्त के नाते मुझे अक्षर के डेब्यू का लंबे समय से इंतजार था। जिस तरह का आपने प्रदर्शन किया उससे मुझे आप पर गर्व हो रहा है।