क्रिकेट के इतिहास बहुत सारे हादसे इस बात को साबित करते है कि ये काफी ज्यादा खतरनाक खेल है। क्योंकि इस दौरान कई क्रिकेटर्स ने मैदान पर ही अपना दम तोड़ दिया है। वहीं ताजा-ताजा मामला पुणे जिले की जुन्नर तालुका तहसील से सामने आ रहा है। जहां पर मैच खेलते समय एक प्लेयर की हॉर्ट अटैक से अचानक मौत हो गई है। बता दें बीती रोज 17 जनवरी की जामबूत संघ और ओझर संघ टीम के बीच मैच के वक्त ये दुखद घटना हुई है।
वहीं स्वर्गीय खिलाड़ी का नाम बाबू नलावडे बताया जा रहा है। खिलाड़ी की उम्र 47 थी। मैदान पर दिल का दौरा पडऩे के तुंरत बाद उन्हें नजदीकी डॉक्टकर के पास लेकर जाया गया,लेकिन तब तक उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। इस घटना के बाद बाबू नलावडे के घर दुखों का पहाड़ टूट गया है। इतना ही नहीं उनके दोस्तों को भी इस बात का यकीन ही नहीं हो पा रहा है।
बता दें केवल यही खिलाड़ी नहीं बल्कि ऑस्टे्रलिया के बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की साल 2014 में शेफील्ड शील्ड के एक मैच के बीच मौत हो गई थी। उस दौरान शॉन एबॉट ने बाउंसर गेंद फेंकी थी जो सीधा बल्लेबाज के सिर पर जा लगी और ह्यूज मैदान पर ही चित होकर गिर गए। वहीं खिलाड़ी 3 दिन तक कोमा में रहे और फिर महज 26 वर्षीय ह्यूज ने इस दुनिया से हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
ऐसा ही तब हुआ जब टीम इंडिया के 38 वर्षीय खिलाड़ी रमन लांबा एक मैच के दौरान फील्डिंग कर रहे थे। उस समय बॉल उनके सिर पर आकर लगी और लांबा उस वक्त बेहोश हो गए,जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया तब तक उनकी मौत हो गई थी।
वहीं इंग्लैंड के रिचर्ड ब्यूमोंट साल 2012 में खेल के मैदान पर दिल का दौरान पडऩे की वजह से दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गए थे,तब उनकी उम्र केवल 33 साल थी।