नई दिल्ली : स्टार पहलवान बजरंग पूनिया को विश्व चैम्पियनशिप में जगह पक्की करने के लिए चार मिनट से भी कम का समय लगा जबकि रवि कुमार दहिया ने शुक्रवार को यहां चयन ट्रायल्स का सबसे प्रतिस्पर्धी मुकाबला जीतकर इसका टिकट कटाया। विश्व चैम्पियनशिप का आयोजन कजाखस्तान में 14 से 22 सिंतबर तक होगा। यह टूर्नामेंट ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता है।
बजरंग की 65 किग्रा भारवर्ग में मौजूदगी के कारण ज्यादातर पहलवानों ने खुद को इस मुकाबले से दूर रखा। उन्हें चुनौती देने सिर्फ मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन हरफूल सिंह पहुंचे। विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज बजरंग को हालांकि हरफूल चुनौती नहीं दे सके। हरफूल घुटने मे चोट के कारण मुकाबले के दूसरे दौर तक प्रतिस्पर्धा भी नहीं कर सके। दूसरे दौर में बजरंग ने उनके दांए पैर पर मजबूत पकड़ बनायी जिससे वह पार नहीं पा सके। मुकाबला (बाउट) रोके जाते समय बजरंग 7-0 से आगे थे।
प्रतिभाशाली संदीप तोमर और उत्कर्ष काले सहित सात पहलवान 57 किग्रा वर्ग में शामिल थे। हालांकि पिछले साल अंडर -23 विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता रवि ने इसमें बाजी मार कर कजाखस्तान का टिकट कटाया। कोच विरेन्द्र की देख रेख में छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेने वाले रवि ने फाइनल मुकाबले में राहुल को 12-2 से हराया। दीपक पूनिया ने 86 किग्रा वर्ग में पवन के खिलाफ 5-0 से जीत दर्ज की। इस वर्ग में सिर्फ यही दो पहलवाना दावेदारी पेश कर रहे थे। छत्रसाल स्टेडियम में कोच विरेन्द्र के साथ प्रशिक्षण करने वाले 20 साल के दीपक के पास अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का अनुभव हैं।