नई दिल्ली : भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखते हुए चीन में चल रही एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता के 65 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में मंगलवार के दिन स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि प्रवीण राणा को 79 किग्रा में रजत और सत्यव्रत कादियान को 97 किग्रा में कांस्य पदक मिला। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता तथा विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता बजरंग ने फाइनल में कजाखिस्तान के सयातबेक ओकासोवा को 12-7 से पराजित किया।
बजरंग के स्वर्ण जीतते ही उनके हरियाणा के सोनीपत स्थित योगेश्वर दत्त अखाड़े में खुशी की लहर दौड़ गयी। पूनिया के गुरु योगेश्वर और अखाड़े के कोच द्रोणाचार्य अवार्डी रामफल ने बजरंग को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। विश्व के नंबर एक पहलवान बजरंग ने मुकाबले में शानदार वापसी करते हुए जीत हासिल की। वह पहले राउंड में 2-5 से पिछड़ गए थे लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए मुकाबला 12-7 से जीत लिया।
बजरंग ने 2017 में दिल्ली में यह खिताब जीता था जबकि अगले वर्ष भिस्केक में उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था। उन्होंने इस बार फाइनल में एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता ओकासोवा को हराया। भारतीय पहलवान पहले मिनट में 0-4 से पिछड़ गए। ब्रेक पर ओकासोवा ने 5-2 की बढ़त बना ली। दूसरे राउंड में ओकासोवा की बढ़त 7-2 पहुंच गयी। लेकिन मुकाबले में एक मिनट शेष रहते बजरंग ने जवाबी हमला किया और ओकासोवा को दांव में फंसाते हुए दो अंक लेकर स्कोर 4-7 कर दिया। बजरंग ने विपक्षी पहलवान को फिर कोई मौका नहीं दिया और स्वर्ण पदक जीतकर ही दम लिया।